Inflation May Come Down Next Month : अभी 2 दिन पहले खबर आई थी कि मई महीने में थोक महंगाई (Wholesale Inflation) दर 15 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर थी।
अब यह खबर आ रही है कि जुलाई महीने में आम लोगों को महंगाई से राहत मिल सकती है।
ईटी की एक रिपोर्ट में Consumer Affairs Secretary निधि खरे के हवाले से कहा गया है कि जुलाई महीने के अंत से दालों की कीमतों में नरमी आने लगेगी।
तीन मुख्य दालों- अरहर दाल, चना दाल और उड़द दाल के मामले में कीमतों में जुलाई के अंत से कमी आने की शुरुआत हो सकती है। उन्होंने अच्छे मानसून की उम्मीद में दलहन की बेहतर बुवाई और दालों के बढ़े आयात के चलते कीमतों में नरमी आने की उम्मीद जाहिर की।
इन देशों से बढ़ने वाला है आयात
खरे के अनुसार, तीनों प्रमुख दालों का आयात अगले महीने के अंत से बढ़ने लगेगा। मोजाम्बिक और मलावी जैसे दक्षिण अफ्रीकी (South African) देशों से अरहर दाल, चना दाल और उड़द दाल का आयात जुलाई के अंत से बढ़ जाएगा। इससे घरेलू बाजार में दालों की आपूर्ति में सुधार होगा और अंतत: कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
दालों के अभी का खुदरा भाव
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 13 जून को चना दाल की औसत खुदरा कीमत 87.74 रुपये प्रति किलो थी।
इसी तरह अरहर दाल की औसत खुदरा कीमत 160.75 रुपये किलो, उड़द दाल की 126.67 रुपये किलो, मूंग दाल की 118.9 रुपये किलो और मसूर दाल की 94.34 रुपये किलो है। Secretary के अनुसार, मूंग और मसूर दाल की कीमतें तो नरम हैं, लेकिन अरहर, चना और उड़द दाल के भाव 6 महीने से महंगे चल रहे हैं।