नई दिल्ली: सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा आज पेट्रोल और डीजल की कीमत में की गई बढ़ोतरी के बाद देश के 13 राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हो गई है।
देश के 4 राज्यों के हर जिले में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के दायरे को पार कर गई है।
वही 9 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में पेट्रोल की कीमत कई जगहों पर 100 रुपये के दायरे को पार कर गई है, जबकि शेष जिलों में 100 रुपये के आसपास पहुंच गई है।
जून के महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 11 बार हुई बढ़ोतरी के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के सभी जिलों में पेट्रोल ने कीमत का सैकड़ा लगा दिया है।
वहीं लद्दाख, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़, मणिपुर, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु के कई जिलों में पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है।
इस बढ़ोतरी के कारण राजस्थान के श्रीगंगानगर में डीजल भी 100 रुपये प्रति लीटर के दायरे को पार कर गया है। श्रीगंगानगर में डीजल 101.36 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है।
इसके अलावा राजस्थान के 7 जिलों- बाड़मेर, बीकानेर, चुरु, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर और जालौर में डीजल 99 रुपये प्रति लीटर का स्तर पार करके 100 रुपये प्रति लीटर के काफी करीब पहुंच गया है।
इसी तरह मध्य प्रदेश के 5 जिलों- श्योपुर, शहडोल, रीवा, बालाघाट और अनूपपुर में डीजल 99 रुपये प्रति लीटर का स्तर पार करके 100 रुपये के काफी नजदीक पहुंच गया है।
जानकारों का मानना है कि जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में लगातार मजबूती आ रही है, उससे जून में पेट्रोल और डीजल के दाम में अभी चार या पांच किस्तों में कुल मिलाकर एक से डेढ़ रुपये प्रति लीटर तक की और बढ़ोतरी की जा सकती है।
कमोडिटी एक्सपर्ट्स की आशंका अगर सही साबित हो जाती है तो डीजल भी कई राज्यों के कई जिलों में 100 रुपये प्रति लीटर के दायरे को पार कर जाएगा।
वहीं पेट्रोल भी इन 13 राज्यों के अलावा और 5 से 7 राज्यों में 100 रुपये प्रति लीटर के दायरे को पार कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार और गुरुवार को कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमत में मामूली नरमी आई थी लेकिन शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमत ने एक बार फिर छलांग लगा दी थी।
शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड 0.43 डॉलर प्रति बैरल की मजबूती के साथ 73.51 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बंद हुआ था। इसी तरह डब्लूटीआई क्रूड में भी प्रति बैरल 0.60 डॉलर की मजबूती आई थी।
माना जा रहा है कि तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक और उसके सहयोगियों द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती जारी रखने के फैसले पर अड़े रहने और दुनियाभर के देशों में कच्चे तेल की मांग बढ़ने के कारण कीमत में अभी और तेजी होने के आसार बने हुए हैं।
ऐसी स्थिति में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल इस महीने के अंत तक 76 डॉलर प्रति बैरल तक भी पहुंच सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो इसका असर भारतीय बाजार में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत पर स्पष्ट रूप से पड़ेगा।