नई दिल्ली: दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएचएफएल) ने मंगलवार को जानकारी दी कि कंपनी के शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट होंगे। पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस कंपनी ने डीएचएफएल को खरीद लिया है।
नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) ने सोमवार 7 जून को दिवालिया कंपनी डीएचएफएल के लिए पिरामल ग्रुप की बोली को कुछ शर्तों के साथ अप्रूव कर दिया। एनसीएलटी के मुंबई बेंच ने यह फैसला किया है।
एचपी चतुर्वेदी और रविकुमार दुरईसामी की अगुवाई वाले इस बेंच ने कहा था कि यह मंजूरी नेशनल कंपनी लॉ अपीलीय ट्रिइब्यूनल (एनसीएलएटी) के आखिरी फैसला और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे कपिल वाधवन केस के फैसले पर निर्भर करेगा।
डीलिस्टिंग की खबर से डीएचएफएल के शेयरों में जबरदस्त तेजी है। कंपनी के शेयर बीएसई पर 10 फीसदी चढ़कर 22.85 रुपए प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे हैं।
एनसीएलटी ने डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवन की वह याचिका भी खारिज कर दी जिसमें वह रेज्योलूशन प्लान की एक कॉपी मांग रहे थे।
पिछले माह नेशनल कंपनी लॉ अपीलिय ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) के मुंबई बेंच ने डीएचएफएल के लेंडर्स को निर्देश दिया था कि वे डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवन के सेटलमेंट ऑफर पर विचार करें।
अपीलीय ट्राइब्यूनल ने भी एनसीएलटी को यह निर्देश दिया था कि डीएचएफएल के लिए पिरामल कैपिटल एंड फाइनेंस ने जो बोली पेश की है उस पर एडमिनिस्ट्रेटर के आवेदन पर विचार किया जाए।