नई दिल्ली: देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड (टीएमएल) ने कहा कि उसे अपने यात्री वाहन कारोबार को अलग इकाई बनाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ से मंजूरी मिल गई।
इस साल की शुरुआत में कंपनी के शेयरधारकों ने एनसीएलटी के एक आदेश के मुताबिक बुलाई गई असाधारण आम बैठक में इसको लेकर मतदान किया।
इसमें टीएमएल बिजनेस एनालिटिक्स सर्विसेज लिमिटेड को यात्री वाहन व्यापार इकाई का हस्तांतरण करने को मंजूरी दे दी गई।
यह हस्तांतरण त्वरित एकमुश्त भुगतान के आधार पर किया गया। इसके बाद, मामला अंतिम आदेश के लिए फिर से एनसीएलटी के पास गया।
टाटा मोटर्स ने कहा कि माननीय एनसीएलटी ने 24 अगस्त, 2021 के अपने आदेश में उक्त योजना को मंजूरी दे दी।
कंपनी उक्त आदेश को योजना की एक प्रति के साथ कंपनी रजिस्ट्रार, मुंबई के पास आदेश प्राप्त होने की तारीख से 30 दिनों के भीतर दाखिल करेगी।
टाटा मोटर्स ने कहा था कि उसकी यात्री वाहन व्यापार इकाई का मूल्य 9,417 करोड़ रुपए आंका गया है।
पिछले साल टाटा मोटर्स ने घोषणा की थी कि वह अपनी घरेलू यात्री वाहन व्यवसाय इकाई को एक अलग इकाई में बदल देगी और इकाई की दीर्घकालिक व्यवहार्यता को सुरक्षित करने में मदद करने के लिए एक रणनीतिक साझेदार को इसमें लाएगी।
कंपनी के प्रबंधन ने अब तक कहा है कि उसने पार्टनर पर फैसला नहीं लिया है।
टाटा मोटर्स ने कहा है कि एक समग्र व्यापार पुनर्गठन योजना के हिस्से के रूप में और यात्री वाहन उपक्रम और उसके हितों के अधिकतम संचालन, वृद्धि और विकास के लिए, यात्री वाहन व्यवसाय को फिर से संगठित करना जरूरी है।