AI Advantages and Disadvantages : आज के हाई तकनीकी युग में जिधर देखिए उधर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की चर्चा तेज गति से हो रही है।
बेशक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक तरफ विकास के नए रास्ते खोलने को तैयार है तो दूसरी तरफ पूरी दुनिया को चिंतित भी कर दिया है।
मानवता के लिए खतरे की बात
सच तो यह है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की कोई सीमा नहीं है। यह ऐसी तकनीक है जो कि खुद विकसित होने की क्षमता रखती है।
महान वैज्ञानिक Stephens Hawkins ने एआई को एक बड़ा खतरा बताया था और कहा था कि इंसान का विकास एक सीमित गति से होता है।
वहीं Artifical Intelligence की कोई सीमा नहीं है। ऐसे में मानव मशीनों से पीछे हो जाएगा और यह पूरी मानवता के लिए खतरा है।
लोगों की नौकरियां जाने की बात
Artifical Intelligence के जनक कहे जाने वाले ज्यॉफ्रे हिंटन ने खुद अपनी ही बनाई तकनीक पर चिंता जताई और कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि AI की वजह से लोगों की नौकरियां जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जीवनभर उन्हें इस बात का अफसोस रहेगा कि उन्होंने एआई के लिए इतने समय तक काम किया। एक Interview में उन्होंने कहा कि इसे कोई रोक नहीं सकता था। अगर मैंने ऐसा ना किया होता तो कोई और कर देता।
दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि Universal Basic Income का रास्ता इस युग में कारगर हो सकता है। AI की वजह से जॉब मार्केट में आ रहे बदलाव के दौर में मैं कहना चाहता हूं कि Universal Basic Income एक अच्छा रास्ता है।
20 साल में एक बड़ी चुनौती बनन की बात
उन्होंने कहा कि अगले पांच से 20 साल में ही एआई एक बड़ी चुनौती बन सकता है। बता दें कि Geoffrey Hinton का जन्म लंदन में 6 दिसंबर 1947 कोहुआ था।
उन्होंने कैंब्रिट से एक्सपेरिमेंटल साइकॉलजी में ग्रेजुएशन किया और इसके बाद Artifical Intelligence के क्षेत्र में PHD की। वह गूगल के साथ काम कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।