नई दिल्ली: Central Cabinet ने बुधवार को 2014 से स्थापित मौजूदा मेडिकल कॉलेजों के साथ Co-Location में 157 नए नर्सिग कॉलेजों (Nursing Colleges) की स्थापना को मंजूरी दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mandaviya) ने कैबिनेट बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि इससे हर साल लगभग 15,700 नर्सिग ग्रेजुएट (Nursing Graduate) तैयार होंगे।
उन्होंने कहा कि यह भारत में गुणवत्तापूर्ण, सस्ती और समान नर्सिग शिक्षा (Nursing Education) सुनिश्चित करेगा, विशेष रूप से कम सेवा वाले जिलों और राज्यों में। कुल वित्तीय लागत 1,570 करोड़ रुपये होगी।
मंत्री ने कहा…
स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) ने कहा कि केंद्र सरकार इन कॉलेजों की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपये देगी। जबकि राज्य शेष राशि का निवेश कर सकते हैं, जो प्रत्येक कॉलेज के लिए तैयार की जाने वाली परियोजना रिपोर्ट पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश (Rajasthan and Uttar Pradesh) प्रमुख राज्यों में से हैं, जिन्हें इस पहल के तहत 20 से अधिक नर्सिग कॉलेज मिलेंगे।
मंत्री ने कहा कि पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भौगोलिक और ग्रामीण-शहरी असंतुलन को दूर करना है।
फैसिलिटी और फैकल्टी के सर्वोत्तम उपयोग की अनुमति देगा
इन नर्सिग कॉलेजों की स्थापना से स्वास्थ्य सेवा (Health Care) में योग्य मानव संसाधनों की उपलब्धता को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।
मौजूदा मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges) के साथ इन नर्सिग कॉलेजों का सह-स्थान मौजूदा बुनियादी ढांचे, कौशल प्रयोगशालाओं (स्किल लैबों), क्लीनिकल फैसिलिटी और फैकल्टी के सर्वोत्तम उपयोग की अनुमति देगा।