Terrorist Hardeep Singh Nijjar Murder Case: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या के मामले में भारत और कनाडा के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही है। कनाडा ने आरोप लगया था कि निज्जर की हत्या के मामले में भारत का हाथ है।
इस पर भारत ने सबूत मांगते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज की थी। अब कनाडा पुलिस (Canadian Police) दावा कर रही है कि उसने आरोपियों की पहचान कर ली है और बहुत जल्द दो लोगों को गिरफ्तार कर सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ताओं का मानना है कि दोनों ने मिलकर ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
निज्जर को भारत ने 2020 में आतंकवादी घोषित किया
रिपोर्ट में कहा गया है कि संदिग्ध पुलिस निगरानी में हैं और उम्मीद है कि उन्हें कुछ ही हफ्तों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्थानीय मीडिया के मुताबिक तीन अज्ञात स्रोतों के हवाले से कहा कि निज्जर की हत्या के बाद संदिग्ध हत्यारों ने कभी कनाडा नहीं छोड़ा और महीनों से पुलिस की निगरानी में हैं।
सूत्रों ने कहा कि आरोप तय होने पर पुलिस कथित हत्यारों और भारत सरकार की संलिप्तता के बारे में स्पष्टीकरण देगी। कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या में भूमिका होने का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि निज्जर को भारत ने 2020 में आतंकवादी घोषित किया था। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, कनाडा ने अभी तक अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत या जानकारी साझा नहीं की है।
जून में ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कनाडा का मानना है कि एक भारतीय अधिकारी के कहने पर एक दूसरे खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नून की हत्या (Gurpatwant Singh Pannun Murder) की साजिश रचने के लिए एक भारतीय नागरिक को अमेरिका द्वारा दोषी ठहराए जाने से उसका मामला मजबूत हुआ है। हालांकि, भारत ने दोनों आरोपों के बीच अंतर करते हुए कनाडा को दोषी ठहराया है। कनाडा के दावे को निराधार बताया है।