नई दिल्ली/मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक (Canara Bank) ने नए साल में अपने ग्राहकों को झटका देते हुए कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है।
इस बढ़ोतरी से होम, ऑटो और पर्सलन लोन (Personal Loan) महंगा हो गया। नई दरें शनिवार से लागू हो गई हैं।
MCLR में 0.15 फीसदी से लेकर 0.25 फीसदी तक की बढ़ोतरी
केनरा बैंक के मुताबिक विभिन्न अविध के कर्ज के लिए MCLR में 0.15 फीसदी से लेकर 0.25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है।
बैंक के वेबसाइट (Website) पर दी गई सूचना के मुताबिक एक दिन की अवधि से लेकर एक महीने की MCLR बढ़कर 7.50 फीसदी हो गई है।

6 माह की MCLR 8.20 फीसदी हो गई
बैंक ने इसी तरह तीन महीने की MCLR को बढ़ाकर 7.85 फीसदी कर दिया है, जबकि 6 माह की MCLR 8.20 फीसदी हो गई है।
इसके साथ ही एक साल की अवधि की मानक MCLR को बढ़ाकर 8.35 फीसदी कर दिया गया है। दरअसल अधिकांश उपभोक्ता लोन एक साल के MCLR पर आधारित होते हैं।
MCLR रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से निर्धारित कर्ज देने की एक पद्धति है। इसके आधार पर बैंक लोन (Bank Loan) के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं।
इससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे।
RBI ने 7 दिसंबर को रेपो रेट (Repo Rate) में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी कर इसे 6.25 फीसदी कर दिया था। इसके बाद बैंकों ने MCLR में इजाफा किया है।