कैनबरा: कनकशन सब्सीटियूट के तौर पर खेल रहे युजवेंद्र चहल से आस्ट्रेलिया को जो डर था अंत में उसी का सामना उसे करना पड़ा।
चहल ने अपनी फिरकी से आस्ट्रेलिया को कमजोर किया, जिसका फायदा भारतीय टीम ने उठाते हुए शुक्रवार को आस्ट्रेलिया को पहले टी-20 मैच में 11 रनों से हरा दिया।
मनुका ओवल मैदान पर खेले गए इस मैच में भारत ने लोकेश राहुल के 51 और अंत में रवींद्र जडेजा के 23 गेंदों पर नाबाद 44 रनों की मदद से 20 ओवरों में सात विकेट खोकर 161 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।
इसी पारी के आखिरी ओवर में मिशेल स्टार्क की गेंद जडेजा के बल्ले का किनारा लेकर उनके हेलमेट मे लगी। भारत ने जडेजा के स्थान पर चहल को कनकशन सब्सीटियूट के तौर पर उतारा।
दूसरी पारी शुरू होने से पहले आस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर और कप्तान एरॉन फिंच इस संबंध में मैच रैफरी डेविड बून से बात करते हुए निराश दिख रहे थे।
उनकी निराशा तब और गहरी हो गई जब आस्ट्रेलिया 162 रनों के लक्ष्य के सामने पूरे ओवर खेलने के बाद सात विकेट खोकर 150 रन ही बना पाई और मैच हार गई।
इसकी शुरुआत भी चहल ने की। फिंच (35) और डी आर्की शॉर्ट ने आस्ट्रेलिया को मजबूत शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 56 रन जोड़े। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चहल को लगाया और लेग स्पिनर अपने पहले ही ओवर में फिंच का विकेट ले गए। अगले ओवर में चहल ने स्टीव स्मिथ (12) को संजू सैमसन के हाथों कैच कराया।
यहां से आस्ट्रेलिया की लय बिगड़ गई। चहल ने जो माहौल बनाया उसे टी. नटराजन ने बनाए रखा। उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल (2) जैसे बड़े खतरे को एलबीडब्ल्यू कर भारत को एक और बड़ी सफलता दिलाई। यहां आस्ट्रेलिया का स्कोर 75 रनों पर तीन विकेट हो गया।
यहां आस्ट्रेलिया फंस गई थी और पहले जितनी आसानी से रन बना रही थी अब उसे उतनी ही मुश्किल हो रही थी।
आर्की शॉर्ट (34) एक छोर पर थे। वह मोइजेज हेनरिक्स के साथ टीम को जीत दिलाने की कोशिश कर रहे थे। नटराजन ने आर्की शॉर्ट को हार्दिक पांड्या के हाथों कैच करा आस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया। आर्की शॉर्ट ने हेनरिक्स के साथ मिलकर 38 रनों की साझेदारी की।
अपना आखिरी ओवर लेकर आए चहल ने मैथ्यू वेड (7) को अपना तीसरा शिकार बनाया। चहल ने चार ओवरों में 25 रन देकर तीन विकेट लिए और मैच को आस्ट्रेलिया के हाथों से छीनने में अहम भूमिका निभाई।
आस्ट्रेलिया को हेनरिक्स से उम्मीदें थी। दीपक चहर ने उन्हें 18वें ओवर की चौथी गेंद पर 126 के कुल स्कोर पर एलबीडब्ल्यू कर उसकी बची खुची उम्मीदों को तोड़ दिया।
चहल के अलावा नटराजन ने भी तीन विकेट लिया। मिशेल स्टार्क (1) को उन्होंने अपना तीसरा शिकार बनाते हुए स्पैल का अंत चार ओवरों में 30 रन देकर तीन विकेट के साथ किया।
इससे पहले, आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। लगातार गिरते विकेटों के बीच राहुल शुरू से एक छोर संभाले खड़े थे और स्कोरबोर्ड चला रहे थे। उनके जाने के बाद जडेजा ने इस काम को बखूबी अंजाम दिया।
भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 64 रन जोड़े और इसी कारण भारत आस्ट्रेलिया के खिलाफ लड़ने लायक स्कोर बना पाया।
बाकी कोई और बल्लेबाज टिक नहीं सका। संजू सैमसन ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वो उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। सैमसन ने 15 गेंदों पर 23 रन बनाए।
तीसरे ओवर में स्टार्क ने अपनी बेहतरीन यॉर्कर गेंद से शिखर धवन (1) को बोल्ड कर दिया। कप्तान विराट कोहली एक बार फिर लेग स्पिनर के फेरे में फंस गए। इस बार एडम जाम्पा नहीं बल्कि मिशेल स्वेप्सन ने उन्हें अपने जाल में फंसाया। कोहली सिर्फ नौ रन बना पाए।
सैमसन ने आते ही अपने शॉट्स लगाए और दूसरे छोर पर खड़े राहुल के साथ मिलकर उन्होंने 38 रन जोड़े। सैमसन, हेनरिक्स की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने प्रयास में स्वेप्सन को कैच दे बैठे।
जाम्पा ने मनीष पांडे को दो रन से आगे नहीं जाने दिया। मनीष के जाने के बाद भारत का स्कोर 90 रनों पर चार विकेट हो गया।
राहुल पर तेजी से रन बनाने का दबाव बढ़ रहा था। इसी दबाव को हटाने की कोशिश में वह भी पवेलियन लौट लिए। हेनरिक्स ने राहुल की 40 गेंदों की पारी का अंत किया। राहुल ने पांच चौके और एक छक्का लगाया।
पांड्या सिर्फ 16 रन ही बना पाए। अंत में टीम को तेजी से रनों की जरूरत थी और उसकी जरूरत को जडेजा ने पूरा करते हुए सम्मानजनक स्कोर दिया। अपनी नाबाद पारी में बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पांच चौके और एक छक्का मारा।
आस्ट्रेलिया के लिए हेनरिक्स ने तीन सफलताएं अर्जित कीं। स्टार्क ने दो विकेट लिए। जाम्पा और स्वेप्सन ने एक-एक विकेट लिया।
इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।