कोटा: कोटा शहर में चंबल के नयापुरा पुलिया पर रविवार अलसुबह साढ़े चार बजे दूल्हे को ले जा रही तेज रफ्तार कार नदी में गिर गई।
हादसे में कार में सवार नौ लोगों की मौत हो गई। सभी मृतक कार में सवार होकर बारात लेकर चौथ के बरवाड़ा से उज्जैन की ओर जा रहे थे।
हादसे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने शोक संवेदना प्रकट की है।
पुलिस के अनुसार चौथ का बरवाड़ा निवासी किशन गोपाल के बड़े बेटे अविनाश की शादी उज्जैन में तय हुई थी। रविवार को दूल्हा-दुल्हन के फेरे की रस्म होनी थी।
परिवार में शादी की खुशियां थी। शनिवार को बारात चौथ के बरवाड़ा से उज्जैन के लिए रवाना हुई। दूल्हा अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ कार में सवार होकर रवाना हुआ था तथा माता-पिता अन्य रिश्तेदारों को लेकर बस से रवाना हुए।
दूल्हे के साथ उसके दोस्त व काका-मामा के लड़के कार में सवार थे। चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जाते समय कोटा में चंबल की छोटी पुलिया पर कार अनियंत्रित होकर नदी में पलट गई।
इससे कार में सवार दूल्हा सहित सभी बाराती चम्बल नदी में डूब गए। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
नगर निगम का रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा। प्रशासन के अधिकारी व पुलिस के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एक के बाद एक चंबल नदी से नौ लोगों के शव बाहर निकाले गए।
इसमें दूल्हा भी था। सबसे पहले दूल्हे अविनाश का शव पानी से बाहर निकाला गया। उसे एमबीएस अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतकों में दूल्हा अविनाश (23) पुत्र किशनलाल, केशव (30) पुत्र किशन गोपाल, इस्लाम खान (35) पुत्र मोहम्मद हुसैन, कुशाल (22) पुत्र राजेश कुमार, शुभम (23) पुत्र ज्ञानचंद, राहुल (25) पुत्र रामबाबू, रोहित (22) पुत्र घनश्याम, विकास (24) पुत्र दिलीप और मुकेश (35) पुत्र भंवरलाल हैं।
अस्पताल में मचा कोहराम
एक के बाद एक शवों को एमबीएस अस्पताल लाना शुरू किया गया। हादसे की सूचना पर सीनियर डॉक्टर व रेजीडेंट डॉक्टरों की टीम भी अलर्ट पर रही।
अस्पताल में कोहराम सा मच गया। कार हादसे के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने घटना को दुखद बताते हुए शोक प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टवीट कर हादसे पर दुख प्रकट किया। उन्होंने लिखा कि कोटा में बारातियों की कार चंबल नदी में गिरने से दूल्हे सहित 9 लोगों की मृत्यु बेहद दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है।
कलक्टर से बात कर पूरी घटना की जानकारी ली है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति दें और दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें।
हादसे के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा दौरे पर होने से उन्होंने तुरंत अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर घटना की जानकारी ली तथा पीड़ित परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
नगर निगम के गोताखोर विष्णु श्रृंगी और चालक सुरेश मंडावत ने बताया कि बारात चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जा रही थी।
इन लोगों की बात सुबह अपने परिजनों से किसी होटल पर चाय पीते समय हुई थी। उसी के बाद यह हादसा हो गया।
केशोरायपाटन से होते हुए बूंदी रोड से इन लोगों ने कोटा शहर में प्रवेश किया था। चंबल की रियासतकालीन बिना मुंडेर की छोटी पुलिया से गुजर रहे थे। ऐसे में कार अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई।