नई दिल्ली: आवंटन पत्र मिलने के दो साल के अंदर आवासीय फ्लैट देने का वादा कर सरकारी कर्मचारियों समेत कई लोगों को कथित रूप से ठगने के मामले में 64 वर्षीय एक व्यापारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दिवाकर शर्मा को गिरफ्तारी किया है जिसने अपने साथी पीयूष तिवारी के साथ मिलकर एक कंपनी बनायी थी और वह उसका निदेशक था।
पुलिस का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक शर्मा कृषि मंत्रालय में काम कर चुका है और वह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में खंड अधिकारी भी रह चुका है, उसने अवर सचिव के पद से नौकरी छोड़ी थी।
पुलिस के मुताबिक शर्मा और तिवारी ने लोगों से पैसे लेकर उसे कई कंपनियां एवं परियोजना में लगा दिया , उन दोनों एवं उनकी कंपनी शुभकामना बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के विरूद्ध 2016 में गुलशन सेठी द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था और फिर शर्मा को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने जुलाई-सितंबर, 2013 में खरीददारों को अपनी शुभकामना सिटी प्रोजेक्ट में फ्लैट देने का वादा किया था। यह अपार्टमेंट उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बनना था।
सेठी ने आरोप लगाया कि कंपनी के निदेशकों ने उन्हें एवं अन्य लोगों को आश्वासन दिया था कि आवंटन पत्र जारी होने के दो साल के अंदर उन्हें मकान मिल जायेंगे लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाये।
पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी में 60 से अधिक कंपनियों को संलग्न किया गया है और आरोपियों ने 14 करोड़ रूपये से अधिक रकम ‘ऐंठ’ लिये।
पुलिस के अनुसार शर्मा और तिवारी के हाथों सरकारी एवं सार्वजनिक उपक्रम के कर्मचारी ठगे गये, उन दोनों ने फ्लैट की बिक्री का इश्तहार दिया था एवं एजेंट लगाये थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) छाया शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान अधिकारियों द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चला कि वैधानिक अनापत्ति मिलने से पहले ही बुकिंग कर दी गयी थी।