चंडीगढ़: दिल्ली कूच के दौरान बेरीकेडिंग तोड़ने के आरोप में किसानों पर दर्ज केस जल्द वापस होंगे। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस बात का संकेत दिया है।
किसानों पर दर्ज केसों पर सीएम ने कहा कि यह सामान्य विषय है, सबकुछ ठीक किया जाएगा, किसान हमारे हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल गुरुवार को उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर आयोजित कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अनौपचारिक कैबिनेट बैठक में पंचायत के चुनाव समय पर करवाने पर फैसला हुआ है। इसके साथ ही किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र के साथ किसानों की कई दौर की बातचीत हो चुकी है और इस दौरान किसानों को उनकी मांगों को लेकर सरकार ने लिखित तौर पर भी आश्वासन दिया है।
कुछ किसान संगठन केंद्र सरकार के साथ सहमत हैं तो कुछ इससे असहमत भी हैं। उम्मीद है कि जल्द ही किसानों का धरना खत्म होगा।
मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील कि कोरोना और ठंड को देखते हुए किसानों को धरना खत्म करना चाहिए। किसान संगठनों की शंकाओं को सरकार ने सुना है और उन पर बातचीत हुई है।
हरियाणा की मंडियों में एमएसपी पर बाजरा, मूंग और मूंगफली की खरीद हुई है और आगे भी जारी रहेगी। प्रदेश में मंडियों को खत्म नहीं किया जा रहा बल्कि नई मंडी अब भी बन रही हैं।
मनोहर लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा में पहले भी किसानों के मुद्दे पर चर्चा से विपक्षी नेता भाग चुके हैं।
जनता इनको देख चुकी है, अब यह किस मुंह से सदन में किसानों के मुद्दे पर चर्चा की बात कर रहे हैं। सीएम ने कहा, यूपीए-2 के घटक दलों ने भी इन्हीं कानूनों का समर्थन किया था लेकिन आज राजनीति के लिए विरोध कर रहें हैं।
कांग्रेस आज किसानों के नाम पर राजनीति करके रोटियां सेक रही है। 2011 में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इन कानूनों का समर्थन किया था।
सीएम ने कहा, आंदोलन राजनीति से प्रेरित है। कृषि कानूनों का समर्थन कई दलों ने किया था लेकिन अब वे विरोध कर रहें हैं। विपक्षी दलों ने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
मुख्यमंत्री ने गठबंधन सरकार पर कहा कि गठबंधन की सरकार मजबूत है। अगले 4 साल तक प्रदेश में गठबंधन की सरकार प्रदेश हित में काम करेगी।