नई दिल्ली: आतंकवाद पर बनी फिल्म 72 हूरें (72 Hoorain) को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
फिल्म के निर्माताओं ने जहां सेंसर बोर्ड (Censor Board) पर प्रमाणन नहीं देने का आरोप लगाया है, वहीं केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें बेबुनियाद बताया है।
गुरुवार को CBFC द्वारा जारी बयान के अनुसार 72 Hoorain फिल्म को प्रमाणन देने से इनकार नहीं किया गया बल्कि इस फिल्म को बोर्ड ने पहले ही ए प्रमाणन दे दिया है।
27 जून, 2023 को कारण बताओ नोटिस किया गया जारी
CBFC के मुताबिक 72 Hoorain फिल्म के ट्रेलर को प्रमाणन देने की प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए फिल्म निर्माताओं ने 19 जून, 2023 में आवेदन किया था।
आवेदक को सूचना के तहत अपेक्षित दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था और उसके प्राप्त होने पर, संशोधनों की शर्तों पर प्रमाणन (Certification) प्रदान किया जाएगा।
संशोधनों के बारे में सूचित करने के लिए फिल्म निर्माताओं को 27 जून, 2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
CBFC के सदस्यों पर ‘ब्लैक शीप’ होने का आरोप
उल्लेखनीय है कि 72 Hoorain फिल्म के निर्माताओं का आरोप है कि Censor Board ने फिल्म के ट्रेलर (Movie Trailers) को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया जबकि फिल्म के पास पहले से ही Censor प्रमाणपत्र है, इसलिए इसे Trailer पर भी लागू होना चाहिए।
निर्माताओं ने CBFC के सदस्यों पर ‘ब्लैक शीप’ (Black Sheep) होने का आरोप लगाया है।