हजारीबाग: राज्य के बहुचर्चित बरही थाना अंतर्गत नईटांड़ के रूपेश कुमार पांडेय हत्याकांड (Rupesh Kumar Pandey murder case) व उससे उपजे दुलमाहा गांव में आगजनी मामले की जांच झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) के आदेश पर CBI ने अपने हाथ ले ली है।
CBI हर पहलू पर जांच शुरू कर मामले के पूरी तरह से उद्भेदन करने व अहम सबूत जुटाने में लग गई है। रूपेश पांडेय के पीड़ित परिवार सहित कई गवाहों से पूछताछ का दौर जारी है।
इसी कड़ी में मंगलवार को दिल्ली से फॉरेंसिक विशेषज्ञ (Forensic Specialist) के साथ CBI का 7 सदस्यीय टीम बरही पहुंची।
इस दौरान घटना स्थल दुलमाहा गांव में पिछले 6 फरवरी को जहां रूपेश पांडे की हत्या हुई थी, उस स्थान का गहन छानबीन किया।
बताया गया कि रूपेश पांडेय हत्याकांड मामले की जांच को CBI के इंस्पेक्टर प्रशांत यादव आईओ (Prashant Yadav IO) है। वहीं दुलमाहा में रूपेश पांडेय हत्या के बाद हुई आगजनी व तोड़फोड़ मामले की जांच को लेकर CBI इंस्पेक्टर सुनील कुमार कुशवाहा आईओ है।
उक्त दोनों CBI के पदाधिकारियों के नेतृत्व में टीम मंगलवार को बरही पहुंची थी। 7 सदस्यीय टीम में तीन लोग फॉरेंसिक विशेषज्ञ शामिल थे।
CBI की टीम व अधिकारी पत्रकारों को कुछ बतलाने से इंकार किया
टीम मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11:00 बजे पहुंची जो संध्या करीब 5 बजे तक जांच में जुटी रही। इस दौरान टीम ने दुलमाहा में रुपेश पांडेय की जिस जगह हत्या (Murder) हुई थी, उसके आसपास घर के लोगों से एवं कई मौजूद ग्रामीणों से पूछताछ किया। वहीं मृतक के एक मित्र से भी जानकारी हासिल किया।
बताया जाता है कि घटना देवी मंडप के थोड़ा आगे PCC रोड पर हुई थी, फॉरेंसिक जांच टीम ने जांच के दौरान दुलमाहा देवी मंडप के पास से लेकर कुछ ही दूरी पर स्थित घटनास्थल तक की नापी भी किया।
वहीं जिनके घरों में अगलगी व तोड़फोड़ हुई थी उन घर के लोगों से भी पूछताछ किया। हांलाकि जांच से संबंधित कोई भी बात CBI की टीम व अधिकारी पत्रकारों को कुछ बतलाने से इंकार किया। बताया गया कि NACL Stage पर जांच किया जा रहा है। मामले की गहन छानबीन जारी है।