साहिबगंज: दारोगा रूपा तिर्की मौत मामले (Rupa Tirkey) का CBI का इनवेस्टिगेशन (CBI Investigation) पूरा हो चुका है। अब इस केस को CBI अपने कोर्ट में ले जाना चाहती है ताकि केस के रहस्य से शीघ्र पर्दा उठाया जा सके।
यह बात CBI के इंस्पेक्टर जीके अंशु ने शनिवार को यहां Media से बातचीत में कही। इस मामले को लेकर CBI की दो सदस्यीय टीम साहिबगंज (Sahebganj) पहुंच चुकी है। इस टीम में इंस्पेक्टर जीके अंशु और एक अन्य अधिकारी शामिल हैं।
सिविल कोर्ट में चल रहा है दारोगा रूपा तिर्की मौत मामले का ट्रायल
साहिबगंज सिविल कोर्ट (Sahebganj Civil Court) में पहले से ही दारोगा रूपा तिर्की मौत मामले का ट्रायल चल रहा है। इस केस में साहिबगंज पुलिस अपने स्तर से चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
उसके बाद हाईकोर्ट (Highcourt) ने सीबीआई जांच की अनुमति दी थी। अब सीबीआई टीम ने भी इस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है और इस केस को अपने सीबीआई कोर्ट में लाना चाहती है।
इस मामले को सिविल कोर्ट से सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर करने के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दी गई है। इसी सिलसिले में सीबीआई टीम साहिबगंज पहुंची है।
यह है पूरा मामला
3 मई, 2021 को साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की का शव संदेहास्पद स्थिति में पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर में फांसी के फंदे से लटकते हुए मिला था।
घटना की सूचना पर रूपा तिर्की के परिजन फौरन रांची (Ranchi) से साहिबगंज पहुंचे थे, जिसके बाद परिजनों ने रूपा की हत्या की आशंका जताई थी।
परिजनों ने रूपा तिर्की के बैचमेट, कई दिग्गज नेता और बाहुबली पर हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस प्रशासन ने अपने अनुसंधान में रूपा तिर्की के बैचमेट दरोगा शिव कुमार कनौजिया को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में जेल भेज दिया था। उसके बाद हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया था।
CBI के आने के बाद केस रीक्रिएट किया गया था। इस मामले में केस से जुड़े हर कड़ी को जोड़ते हुए अबतक कई लोगों से पूछताछ की गई है।