रांची: धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआई (CBI) साक्ष्य जुटाने के लिए एक बार फिर रांची पहुंची।
सीबीआई की टीम अब इस मामले में धनबाद के चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड के आरोपी नंद कुमार उर्फ मामा से पूछताछ कर गुत्थी को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
धनबाद के सिंह मेंशन से जुड़े रंजय सिंह की हत्या के मामले में रांची जेल में बंद नंद कुमार सिंह उर्फ मामा से सीबीआई की टीम ने गुरुवार को लंबी पूछताछ की है।
इसके लिए सीबीआई ने धनबाद के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक श्रीवास्तव की अदालत में आवेदन देकर रांची के होटवार जेल में बंद मामा से पूछताछ की अनुमति मांगी थी। अदालत ने सीबीआई को छह से आठ अक्टूबर के बीच पूछताछ की इजाजत दी थी।
इसके बाद रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में सीबीआई की टीम ने मामा से लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ में क्या खुलासा हुआ है। इस बारे में कोई भी सीबीआई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि रंजय सिंह झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के बेहद करीबी थे। सीबीआई ने कोर्ट में दलील दी थी कि रंजय हत्याकांड हाई प्रोफाइल मामला है।
इस मामले में आठ अगस्त, 2018 से नंद कुमार सिंह जेल में बंद है। इस मामले की सुनवाई उत्तम आनंद कर रहे थे। इस मामले में नंद कुमार सिंह उर्फ मामा से पूछताछ जरूरी लग रही है। अब देखना है कि सीबीआई इस मामले में कोर्ट को क्या जानकारी देती है।
जज उत्तम आनंद कई हाई प्रोफाइल मामलों की सुनवाई कर रहे थे, जिसमें सबसे प्रमुख रंजय हत्याकांड है।
रंजय हत्याकांड में नंद कुमार सिंह और हर्ष सिंह सहित कई अज्ञात के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज है। ऐसे में सीबीआई जानना चाहती है कि इस मुकदमे से जुड़े लोग षड्यंत्रकारी तो नहीं हैं। यही वजह है कि पूरे तीन घंटे तक मामा से पूछताछ की गयी।
जज उत्तम आनंद मौत मामले की पूरी मॉनिटरिंग झारखंड हाई कोर्ट द्वारा की जा रही है। कोर्ट इस मामले में लगातार सीबीआई की कार्रवाई पर नजर बनाये हुए है और इस मामले को लेकर कई बार अधिकारियों को फटकार भी लगा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि 28 जुलाई की सुबह करीब पांच बजे धनबाद में सुबह की सैर पर निकले एडीजे उत्तम आनंद को एक ऑटो ने पीछे से आकर जोरदार टक्कर मारी थी। इस घटना में जज उत्तम आनंद की मौत हो गयी थी।