रांची : सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा को लेकर बोर्ड ने स्कूलों को प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट को लेकर जरूरी निर्देश दिये हैं।
सीबीएसई (CBSE) ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे विद्यार्थियों के इंटरनल एसेसमेंट के अंक 23 दिसंबर तक सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड कर दें।
जो स्कूल ऐसा नहीं करेंगे, उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही, प्रैक्टिकल या इंटरनल एसेसमेंट का अंक जोड़े बगैर ही सीबीएसई रिजल्ट जारी कर देगा।
मतलब साफ है कि अगर स्कूलों ने 23 दिसंबर तक प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट के अंक सीबीएसई को उपलब्ध नहीं कराये, तो सीबीएसई ऐसे स्कूलों के स्टूडेंट्स के लिखित परीक्षा के पूर्णांक को ही पूरा मान लेगा और रिजल्ट जारी कर देगा। बाद में इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा, जिससे स्कूल के साथ-साथ उनके स्टूडेंट्स को भी नुकसान हो सकता है।
बता दें कि सीबीएसई इस बार 10वी और 12वीं की बोर्ड परीक्षा दो टर्म में लेने जा रहा है। 10वीं की टर्म वन की बोर्ड परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी।
वहीं, 12वीं की टर्म वन की बोर्ड परीक्षा एक दिसंबर से होगी। परीक्षा 22 दिसंबर को खत्म हो जायेगी।
परीक्षा के सिलेबस को दो भागों में बांटा गया है। टर्म वन में 50 फीसदी सिलेबस से प्रश्न पूछे जायेंगे। साथ ही, 30 अंक के प्रैक्टिकल की जगह एक टर्म में 15 अंक की परीक्षा होगी। वहीं, इंटरनल एसेसमेंट 10 अंक का होगा।
प्रैक्टिल वाले विषयों में लिखित परीक्षा 35 अंक की, जबकि इंटरनल एसेसमेंट वाले विषयों में 40 अंक की लिखित परीक्षा ली जायेगी। परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जायेगी।
डीपीएस के प्राचार्य और सीबीएसई के राज्य समन्वयक डॉ राम सिंह ने कहा कि स्कूलों को चाहिए कि वे प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट कार्य समय पर पूरा कर लें। इस बार कुछ बदलाव किये गये हैं।
कई चीजें पहली बार हो रही हैं। इसलिए सभी स्कूलों को सतर्क होकर परीक्षा से जुड़े कार्य समय से पूरे करने चाहिए।