नई दिल्ली : Airlines की बड़ी कंपनी TATA Group अपनी सभी एयरलाइंस (Airlines) को एक जगह लाने में जुटा हुआ है। हालांकि इसके लिए सीसीआई की ओर से अभी Review मिलने का इंतजार हो रहा है।
गौरतलब है कि एविएशन सेक्टर में बीते कुछ समय में कई बड़ी खबरें आई हैं। पहले Air India का टाटा ग्रुप के पास जाना, फिर एयर इंडिया और इंडिगो (Air India and Indigo) का भारी भरकम विमानों का Order लेना, और अब जल्द ही इस सेक्टर में दो मर्जर होने वाले है।
जांच से बिजनस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा
जानकारी के अनुसार Tata Group अपनी सभी Airlines को एक जगह लाने की योजना पर काम कर रहा है। एयर इंडिया और विस्तारा ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से कहा है कि उनके मर्जर से प्रतिस्पर्धा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
क्योंकि संयुक्त इकाई जिन रूट्स पर उड़ान भरेगी, वहां कई कंपटीटर (Competitor) मौजूद हैं। मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सीसीआई (CCI) की जांच से बिजनस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।
हालांकि, इससे टाइमलाइन पर असर पड़ सकता है। CCI एयर इंडिया और विस्तारा के विलय का रिव्यू (Merger Review) कर रहा है। क्योंकि टाटा ग्रुप अपनी एयरलाइन एकीकरण योजना (Airline Integration Plan) को अमल में ला रहा है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा के पास पर्याप्त प्रतिस्पर्धा होगी
हालांकि नियामक ने इस एकीकरण की प्रोसेस को तत्काल अनुमति नहीं दी है। इसने दोनों aAirlines से पूछा है कि विलय के प्रभाव की जांच क्यों नहीं की जानी चाहिए। विलय की प्रोसेस दूसरे चरण में हैं, जिसमें दोनों पार्टियों और CCI के बीच चर्चाएं होंगी।
प्रोसेस में शामिल एक व्यक्ति ने कहा कि दुनिया भर के एंटी ट्रस्ट नियामक O&D Approach के माध्यम से प्रतिस्पर्धा पर प्रभाव की जांच करते हैं।
इसमें कंपनी द्वारा संचालित प्रत्येक O&D को एक अलग मार्केट माना जाता है। हम सबसे व्यस्त बाजारों पर नजर डालें तो एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा (Air India Express and Vistara) के पास पर्याप्त प्रतिस्पर्धा होगी।
सिंगापुर एयरलाइन्स की 25.2 फीसदी हिस्सेदारी होगी
जानकारी के अनुसार Tata Group विस्तारा का एयर इंडिया में विलय कर रहा है। इससे वह एक सिंगल फुल सर्विस एयरलाइन बनाना चाहता है।
नई एयरलाइन में सिंगापुर एयरलाइन्स (Singapore Airlines) की 25.2 फीसदी हिस्सेदारी होगी। वहीं, एयर एशिया एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ विलय की प्रक्रिया में है, जिससे यह Air India की सिंगल लो-कोस्ट सब्सिडियरी बन सके।
जानकारी के अनुसार New Airline के पास दिल्ली-मुंबई रूट पर कुल उड़ानों का 49 प्रतिशत हिस्सा होगा। वहीं, कुल उड़ानों में 31 फीसदी हिस्से के साथ Indigo की इस रूट पर मजबूत उपस्थिति है। इसी तरह, दूसरे सबसे व्यस्त दिल्ली-बेंगलुरु रूट पर संयुक्त एयर इंडया ग्रुप की कुल उड़ानों में 52 फीसदी हिस्सेदारी होगी।