नई दिल्ली: केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जनवरी के अंत में वित्त वर्ष 2021-22 के वार्षिक बजट लक्ष्य का 58.9 प्रतिशत था।
सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह बात कही गई है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 2020-21 के संशोधित अनुमानों (आरई) का 66.8 प्रतिशत था।
लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 15.91 लाख करोड़ रुपये के संशोधित वार्षिक अनुमान के मुकाबले वास्तविक घाटा जनवरी, 2022 के अंत में 9,37,868 करोड़ रुपये था।
सरकार के कुल राजस्व और कुल व्यय के बीच के अंतर को देश का राजकोषीय घाटा कहते हैं, और इसके चालू वित्त वर्ष के दौरान 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि पहले इसके 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान था।
सरकार की कुल प्राप्तियां जनवरी के अंत में 18.71 लाख करोड़ रुपये या 2021-22 के संशोधित अनुमान (आरई) का 85.9 प्रतिशत थीं। यह संग्रह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2020-21 के संशोधित अनुमान का लगभग 80 प्रतिशत था।
समीक्षाधीन अवधि में कर (शुद्ध) राजस्व 2021-22 के संशोधित अनुमान का 87.7 प्रतिशत था। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2020-21 के आरई का 82 प्रतिशत था।