नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग परेशान हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे दिन प्रीमियम पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर की कीमत पर बिका।
देशभर में बेतहाशा बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आम आदमी परेशान है, तो राजनीतिक दल धरना प्रदर्शन में जुटे हुए हैं।
दिल्ली में कांग्रेस ने खाली गैस सिलेंडर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ सवाल दागे।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के साथ बबर्रता करने की ठान ही ली है, लेकिन अब देश के हर चू्ल्हे-चौके, हर गृहणी, और आम आदमी की कमर तोड़ने का भी फैसला कर लिया है।
केंद्र सरकार ने चूल्हे-चौके में भी महंगाई की आग लगा दी है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम 100 रुपये के पार हो गए हैं। सबको पता है। अब रसोई गैस के दाम भी लगातार बढ़ाए जा रहे हैं।
10 दिनों के अंदर रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 75 रुपये का इजाफा हुआ है। 4 फरवरी को गैस सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ी थी, लेकिन आज से इसकी कीमत 50 रुपये और बढ़ा दी गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यही नहीं, दिसंबर 2020 दो महीने के भीतर गैस सिलेंडर की यह कीमत 175 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ चुकी है। उस दौरान दो बार 50-50 रुपए की वृद्धि हुई थी।
जो सिलेंडर दिल्ली में 594 रुपए का मिलता था वह दिल्ली में आज 769 रुपए में मिल रहा है। जब कांग्रेस की सरकार थी जब क्रूड ऑयल की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा हो गई तब भी सिलेंडर की कीमत इतनी नहीं बढ़ी थी।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस सरकार को शर्म आनी चाहिए। पूरी अर्थव्यवस्था ठप हो चुकी है। बेरोजगारी मुंह बाए खड़ी है। इनके कुप्रबंधन के चलते लोगों को वेतन घटता जा रहा है।
अब सरकार कमरतोड़ महंगाई का प्रहार कर रही है। चाहे वो पेट्रोल डीजल के दाम हों, चाहे वो रसोई गैस हो। इसका प्रभाव अमीर और गरीब दोनों पर पड़ता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि ये सरकार आपदा में अवसर तलाश रही है। इसलिए ये एक्साइज ड्यूटी बढ़ाते जा रहे हैं। एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर सरकार 24 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं।
असल में ये जनता का हक था। सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया कि जब संकट था तो जनता सरकार के साथ खड़ी थी, लेकिन जब कच्चे तेल की कीमत घटी तो उसे लाभ क्यों नहीं मिल रहा?
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ओडिशा में कांग्रेस ने बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस ने राज्य में छह घंटे का बंद किया है।
इस दौरान ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में बंद का असर देखने को मिला। सड़कें खाली नजर आईं तो कई दुकानें भी बंद रहीं।कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न जगहों पर रास्ता जाम किया और ट्रेनें रोकीं।