नई दिल्ली: मंगलवार को उग्र किसानों के बवाल के बाद भारत की ऐतिहासिक धरोहर लाल किले के चप्पे-चप्पे पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती कर दी गई है।
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान यहां उग्र किसानों ने जमकर बवाल काटा था। इतना ही पूरे लाल किले को उग्र किसानों ने अपने कब्जे में कर लिया था।
किसानों ने लाल किले में काफी जगहों पर तोड़-फोड़ कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
लाल किले की सुरक्षा को देखते हुए बुधवार को लाल किले के परिसर में दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ, एसएसबी और सीआईएसएफ के हजारों जवान को तैनात किया गया है।
शांति बहाल करने की कोशिश
मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के कई इलाकों से हिंसा की तस्वीर सामने आई थी। उपद्रवी किसानों द्वारा पुलिस के साथ मारपीट की गई थी।
इसके साथ ही लाल किले की सुरक्षा में तैनात कई पुलिस कर्मियों जमकर पीटा था। पुलिस जवानों को अपनी जान बचाने के लिये खाई में कूदना पड़ा था।
स्थिति अनियंत्रित होते देख बीती देर शाम से ही लाल किला और उसके आसपास के इलाकों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की जा रही थी, लेकिन बुधवार को लाल किला और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा बल के हजार से भी ज्यादा जवानों को तैनात कर दिया गया ताकि पूरी दिल्ली में शांति बहाल की जा सके।