Cervical Cancer Vaccine: केंद्र सरकार (Central Government) के अंतरिम बजट (Interim Budget) 2024 में 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के मुफ्त टीकाकरण (Vaccine) की घोषणा हुई है।
यह बीमारी, जिसे अक्सर ‘Silent Killer’ कहा जाता है, शुरुआत में कोई बड़े लक्षण नहीं दिखाती है। स्त्री रोग और Robotic Surgeon के एक्सपर्ट ने एक खास बातचीत में इस बीमारी के कारण के बारे में बताया, ”सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशयग्रीवा (cervix या cervix of uterus) में शुरू होता है।
बच्चेदानी का मुंह जिसे सर्विक्स कहते हैं, वहां पर होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहते हैं। यौन संबंध के जरिए ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) वायरस किसी व्यक्ति के शरीर में दाखिल हो जाता है और इस कैंसर का कारण बनता है। अगर समय रहते इसकी जांच हो जाए तो इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।”
महिला के गर्भाशयग्रीवा में सर्वाइकल कैंसर
उन्होंने आगे कहा, ”यह मुख्य रूप से उच्च जोखिम वाले ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के लगातार संक्रमण के कारण होता है। महिला के गर्भाशयग्रीवा में Cervical Cancer असामान्य रूप से विकसित होता है।”
उच्च जोखिम वाले प्रकार के मानव पैपिलोमावायरस (HPV) के साथ लंबे समय तक चलने वाला (लगातार) संक्रमण लगभग सभी गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण बनता है। दो उच्च जोखिम वाले प्रकार, HPV 16 और HPV 18, दुनिया भर में 70% सर्वाइकल कैंसर का कारण बनते हैं। यौन रूप से सक्रिय लगभग सभी लोगों में अपने जीवन में किसी न किसी समय HPV से संक्रमित होने का खतरा रहता है।
आमतौर पर इसके होने की वजह कम उम्र में कई लोगों के साथ सेक्शुअल रिलेशनशिप बनाना हो सकता है। नियमित जांच, जैसे पैप स्मीयर या HPV परीक्षण गर्भाशय ग्रीवा की असामान्यताओं और कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए जरूरी है।
जांच से कैंसर का पता लगाया जा सकता है
GLOBOCAN 2020 के अनुसार, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने भारत में 123,907 नए सर्वाइकल कैंसर के मामलों और 77,348 मौतों का अनुमान लगाया है। पैप स्मीयर या HPV परीक्षणों के साथ नियमित जांच से कैंसर का पता लगाया जा सकता है, जिससे कैंसर की रोकथाम संभव हो सकती है।
वैक्सीन कब लगवाएं
पाखी अग्रवाल ने बताया, ”इससे बचने के लिए 9 से 26 साल की उम्र तक वैक्सीन करा लेनी चाहिए। बेहतर है कि sexual Relations बनने से पहले वैक्सीन लग जाए। इसके अलावा 45 साल की महिलाएं भी ये वैक्सीन लगवा सकती हैं लेकिन बेहतर रहेगा कि पहले वो जांच भी करवा लें। इससे ज्यादा सुरक्षा मिलती है। ”
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
पीरियड्स के बाद असामान्य रक्तस्राव (Spotting)
-संभोग के बाद रक्तस्राव होना
-मासिक धर्म में रक्तस्राव जो लंबे समय तक रहता है या सामान्य से अधिक भारी होता है
-मेनापॉज के बाद रक्तस्राव
-पेल्विस या पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द रहना
-पेशाब करते समय दर्द
-वजन का अत्यधिक बढ़ना
-लगातार थकान और ऊर्जा की कमी
-पेट में दिक्कतें जैसे कब्ज या दस्त लगातार थकान और ऊर्जा की कमी
HPV का टीकाकरण और नियमित जांच इस बीमारी से बचा सकता है। Cervical Cancer के खतरे को कम करने करने के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है। प्रारंभिक चरण में इस रोग का पता लगाकर मरीज की जान बचाई जा सकती है। जोखिम कारकों और लक्षणों को समझने के लिए लोगों में जागरूकता होना जरूरी है।
कमजोर Immunity वाले लोगों को इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए धूम्रपान और शराब का सेवन कम से कम करें क्योंकि इससे Immunity कमजोर होती है। Healthy Lifestyle अपनाएं और वेट पर कंट्रोल रखें।