चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में कोल्हान को अलग देश घोषित करने की मांग को लेकर हुए जमकर हुए विवाद के बाद से पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
सोमवार को चाईबासा शहर के चारों तरफ पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। इसका नेतृत्व चाईबासा के एसडीपीओ दिलीप खलखो ने किया।
फ्लैग मार्च के दौरान आने-जाने वालों को रोक कर पुलिस ने पूछताछ की। एसडीपीओ ने कहा कि आज किसी तरह की विधि-व्यवस्था भंग करने की गतिविधि न हो, इसके लिए यह कार्रवाई की जा रही है।
सिविल ड्रेस में भी पुलिस की टीम पूरे इलाके की निगरानी कर रही है। फोटो के जरिये रविवार की घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि इलाके में कुछ विभाजनकारी लोग कोल्हान को अलग देश घोषित करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चला रहे हैं।
कुछ स्थानीय युवाओं ने हाल के दिनों में इस मांग को और अधिक तेज करते हुए अवैध तरीके से नियुक्ति पत्र बांटना शुरू कर दिया।
इसकी जानकारी मिलने के बाद चाईबासा पुलिस ने इस पूरे षडयंत्र में शामिल एक कोबरा बटालियन के जवान सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार जवान का नाम अजय पड़िया है। वह चाईबासा मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में पड़ने वाले लादुराबासा गांव का निवासी है।
उसके साथ तीन और युवकों को गिरफ्तार किया गया था। इन युवकों की रिहाई की मांग को लेकर सैकड़ों लोग पारंपरिक हथियारों से लैस होकर चाईबासा मुफ्फसिल थाना पहुंचे। इसके बाद थाने को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया।
सदर एसडीपीओ दिलीप खलखो तथा सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन उपद्रवी नहीं माने।
उन्होंने अधिकारियों से अमर्यादित व्यवहार किया। इस दौरान थाने और पुलिस के जवानों पर कई युवकों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने अपने बचाव में आंसू गैस का प्रयोग किया।
भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। बताया जा रहा है कि उपद्रवियों की संख्या 100 से अधिक थी।