अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi) तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने बुधवार को एक्स पर ट्वीट कर राम जी की जन्मभूमि को लेकर बड़ा दावा किया है।
उन्होनें X’ में लिखा कि श्रीराम जन्मभूमि की खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। कई मूर्तियां और स्तंभ (Statues and Pillars) भी शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, यह पहला मौका है जब मंदिर निर्माण के समय खुदाई के दौरान मिली वस्तुओं की तस्वीरें सामने आई है।
आप डेक सकते हैं की फोटो में दर्जन भर से ज्यादा मूर्तियां, स्तंभ, शिलाएं नजर आ रहे हैं साथ ही मंदिरों में लगने वाले स्तंभ भी रखे दिखाई दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि है कि खुदाई के दौरान मिले इन अवशेषों को रामलला के भव्य मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
रामलला के दर्शन कब से कर सकेंगे
बता दें कि राम मंदिर का निर्माण कार्य बेहद तेजी से चल रहा है ।प्रथम तल लगभग बनकर तैयार है।
जनवरी 2024 में PM नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों इसका लोकार्पण होना है। मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी निर्माण कार्य जारी रहेगा।
राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों के मुताबिक, प्रथम तल और द्वितीय तल काम दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। जनवरी तक मूर्ति स्थापित हो जाएगी जिसके बाद श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
कैसा होगा राम मंदिर
पिछले महीने राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) की ओर से निर्माणाधीन मंदिर की तस्वीरें जारी की गई थीं। इनमें मंदिर का फ्रंट लुक दिखाया गया था। कुछ में अंदर के दृश्य भी दिखाए गए थे। मंदिर इतना भव्य बन रहा है कि वो 1000 साल तक खड़ा रहेगा।
बता दें कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भूतल पर पूर्व और पश्चिम दिशा में लंबाई 380 फीट है तथा उत्तर और दक्षिण दिशा में चौड़ाई 250 फीट होगी।
यह मंदिर भूतल के साथ तीन मंजिल का होने वाला है। मंदिर की कुल ऊंचाई 392 फीट होगी जिसमें भूतल 166 फीट, प्रथम तल 144 फीट और द्वितीय तल 82 फीट ऊंचा होगा।
जन्मभूमि परिसर में एक राम कथा कुंज की भी स्थापना होगी
जबकि गर्भ गृह और उसके आसपास नक्काशीदार बलुआ पत्थरों (Carved Sandstone) का उपयोग हुआ है. इसके लिए लगभग 4.70 लाख क्यूबिक फिट नक्काशी दार पत्थरों को लाया गया है।
वहीं, मंदिर के प्रांगण क्षेत्र समेत कुल 8 एकड़ भूमि में एक आयताकार दो मंजिला परिक्रमा मार्ग परकोटे का भी निर्माण हो रहा है।
यह भीतरी भूतल से 18 फीट ऊंचा होगा और इसकी चौड़ाई 14 फीट होगी। जन्मभूमि परिसर में एक राम कथा कुंज (Ram Katha Kunj) की भी स्थापना होगी।
बढ़ाई गई मंदिर परिसर की सुरक्षा
इन सबके बीच राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) की सुरक्षा में बड़ा बदलाव किया गया है। अब इसकी सुरक्षा की कमान SSF के हाथों में होगी जिसका गठन UP सरकार ने हाल ही में किया है।
इस फोर्स को UP पुलिस और PAC के सर्वश्रेष्ठ जवानों को चुनकर बनाया गया है जिन्हें विशेष सुरक्षा के लिए ट्रेनिंग दी गई है। सुरक्षा की कमान संभालने के लिए SSF की बटालियन अयोध्या पहुंच चुकी है।