पाकुड़: पाकुड़ की बेटी चंदा भारती ने 65वीं बिहार लोक सेवा आयोग BPSC की परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त कर पाकुड़ सहित झारखंड का नाम रोशन किया है। चंदा को यह सफलता दूसरी कोशिश में मिली है।
पहली कोशिश में चंदा का चयन राजस्व सेवा के लिए हुआ था। लेकिन उससे उनकी सफलता की चाहत और बलवती हो गई।
उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और दूसरी बार में सेकेंड टाॅपर बनीं। फिलवक्त वे बिहार के गया में सहायक अभियंता के रूप में पदस्थापित हैं। अपनी इस सफलता के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की।
फलस्वरूप अपने परिवार को नवरात्रि के मौके पर जबरदस्त तोहफा दिया। उनके माता पिता बेटी की इस सफलता से फूले नहीं समा रहे हैं। वे शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं।
उन्होंने 10वीं की परीक्षा पाकुड़ डीएवी से 10 सीजीपीए अंक के साथ 2010 में पास की थी। फिर बोकारो डीपीएस से इंटर करने के बाद वे सिंदरी से बीटेक की पढ़ाई पूरी की।
चंदा के पिता विवेकानंद यादव गढ़वा में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थापित है। जबकि मां कुंदन कुमारी पाकुड़ के हरिणडांगा स्कूल में सहायक शिक्षिका हैं। चंदा ने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता के साथ अपने गुरुजनों को दिया है।
चंदा भारती ने बताया कि सफलता के लिए कठिन मेहनत करनी पड़ती है। इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि ईमानदार कोशिश की जाए तो बड़ा से बड़ा लक्ष्य आसान हो जाता है। उनके माता पिता ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया और भरोसा जताया कि वह निश्चित रूप से लक्ष्य प्राप्ति में सफल होगी।
वहीं चंदा की सफलता से पाकुड़ डीएवी स्कूल परिवार भी काफी उत्साहित है। प्रिंसिपल आशिष कुमार मंडल के नेतृत्व में शनिवार को डीएवी स्कूल परिवार ने चंदा भारती को उनकी शानदार सफलता मद्देनजर बधाई दी और स्कूल में सम्मानित किया।
मौके पर प्रिंसिपल ने कहा कि चंदा की सफलता पाकुड़ के दूसरे छात्रों को प्रेरित करेगी। चंदा के पाकुड़ पहुंचने के बाद विगत दो दिनों से उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।