चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा कथित तौर पर चलाए जा रहे सैकड़ों करोड़ रुपये के रेत खनन रैकेट का पदार्फाश करते हुए उनके गृह क्षेत्र चमकौर साहिब में कथित अवैध खनन की सीबीआई जांच की मांग की।
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने सैकड़ों करोड़ के घोटाले का पदार्फाश करते हुए कहा कि केवल एक निष्पक्ष जांच से पता चल सकता है कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने राज्य को किस हद तक लूटा है।
उन्होंने अवैध खनन रैकेट का आरोप लगाते हुए एक ऑडियो-रिकॉडिर्ंग का भी जिक्र किया, जिसमें चन्नी को आरोप ठहराया गया है, जिन्होंने कथित तौर पर अपने निजी अवैध रेत खनन माफिया के माध्यम से राजकोष को नुकसान पहुंचाया है।
बता दें कि मजीठिया को पंजाब पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज मामले में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से 24 जनवरी तक गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा मिली है।
ड्रग्स मामले का सामना कर रहे मजीठिया ने अनुमान लगाते हुए कहा, अपने 111 दिनों के कार्यकाल में चन्नी की कुल लूट 1,111 करोड़ रुपये से अधिक होगी।
मजीठिया ने कहा कि रिकॉडिर्ंग मुख्यमंत्री और उनके भतीजे भूपिंदर हनी के बीच घनिष्ठ संबंध को साबित करती है, जिनसे प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में 10 करोड़ रुपये नकद और सोना बरामद किया और साबित किया कि वे अवैध रेत खनन व्यवसाय में भागीदार रहे हैं।
वे चन्नी के इस दावे का भी खंडन करते हैं कि वह अपने भतीजे की गतिविधियों के बारे में नहीं जानते थे।
मजीठिया ने मुख्यमंत्री के सबसे करीबी सहयोगी और सालापुर गांव के सरपंच इकबाल सिंह और उनके बेटे बिंदर की ऑडियो रिकॉडिर्ंग भी जारी की, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री की कथित शह पर चल रहे पूरे अवैध रेत खनन अभियान का विवरण दिया।
यहां एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान उन्होंने रोपड़ के ही एक व्यक्ति दर्शन सिंह की ओर से किए गए अवैध रेत खनन के किए गए स्टिंग आपरेशन की ऑडियो या वीडियो रिकॉडिर्ंग मीडिया के सामने रखी, जिसमें मुख्यमंत्री चन्नी के अपने विधानसभा हलके चमकौर साहिब में एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर गांव सालापुर के सरपंच इकबाल सिंह किस तरह ज्यादा से ज्यादा रेत निकालने की बातें कर रहे हैं।
बिक्रम सिंह मजीठिया ने आरोप लगाया कि रेत माफिया में पांच लोग शामिल हैं, जिनमें राकेश चौधरी जिनको रेत की खड्ड अलाट हुई है, लेकिन वह अपनी अलाट हुए खड्ड से रेत नहीं निकाल रहे हैं, बल्कि अन्य जगहों से रेत निकालने के लिए सभी नियमों को खूंटी पर टांगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि सरपंच इकबाल सिंह और उसका बेटा बिंदर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे के साथ मिलकर रेत खनन का काम कर रहे हैं।
एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर हैवी मशीनों और किश्तियों के जरिए खनन किया जा रहा है, जबकि इस पर एनजीटी ने पाबंदी लगाई है। यही नहीं, वन विभाग और वक्फ बोर्ड की जमीनों पर भी रेत खनन किया जा रहा है।
यह कहते हुए कि रिकॉडिर्ंग ने साबित कर दिया कि चन्नी, कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्याय हैं, मजीठिया ने कहा,
यह भी निश्चित है कि इस अवैध गतिविधि की आय एआईसीसी को जा रही है और यही कारण है कि कांग्रेस आलाकमान के साथ-साथ नेताओं जैसे हरीश चौधरी यह कहकर चन्नी को बचाने की कोशिश कर रहे थे कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
हालांकि, चन्नी ने पहले ही रेत खनन मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और कहा है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण छापे मारे जा रहे हैं।