शंघाई: चीन (China) में COVID-19 के ओमिक्रॉन वायरस (Omicron Virus) के नए वैरिएंट BF-9 सामने आने और COVID नीति में ढील के बाद शंघाई (Shanghai) में कोरोना विस्फोट हो गया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले सप्ताह के अंत तक ढाई करोड़ से ज्यादा आबादी वाले शहर शंघाई के आधे लोग (1.25 करोड़) कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमित हो जाएंगे।
राजधानी बीजिंग (Capital Beijing) के बाद शंघाई के COVID से बुरी तरह से प्रभावित होने की खबर सामने आई है। चीन में सड़कों पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार ने इसी महीने जीरो कोविड पालिसी में ढील दी थी। इसके बाद देश में कोरोना (CORONA) विस्फोट की स्थिति पैदा हो गई है।
शव लिए रिश्तेदारों की लंबी लाइन
140 करोड़ आबादी वाले देश में कुछ हफ्तों में 80 करोड़ लोगों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। मरने वालों की संख्या दस लाख के पार जाने की आशंका है।
मौजूदा समय में मरीजों से अस्पताल (Hospital) भरे हुए हैं और अंत्येष्टि स्थलों पर शव लिए रिश्तेदारों की लंबी लाइनें हैं। हालात काबू करने में सरकारी तंत्र (Government System)असहाय है। लेकिन सरकार लगातार सच्चाई पर पर्दा डाल रही है।
सरकारी आंकड़ों में चीन में बीते तीन दिनों में COVID से किसी की मौत नहीं हुई है। सरकारी आंकड़ों में 2019 से अभी तक मरने वालों की संख्या महज 5,241 है।
शंघाई के डेजी अस्पताल ने बुधवार को अपने आधिकारिक वीचैट (We Chat) अकाउंट में बताया कि शहर में इस समय 54 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, महीने के अंत तक यह संख्या बढ़कर 1.25 करोड़ तक जा सकती है।
अस्पताल के अकाउंट में लिखा गया की…
क्रिसमस, नववर्ष और मून न्यू ईयर के आयोजनों में भीड़भाड़ से संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। डेजी अस्पताल शंघाई का बड़ा निजी अस्पताल है और उसमें 400 लोग कार्य करते हैं।
अस्पताल के अकाउंट में लिखा था- हम मुश्किल लड़ाई में फंस गए हैं। उपनगरों समेत पूरा शंघाई (Shangai) संक्रमित हो सकता है। अस्पताल के कर्मचारी और उनके परिवार भी कोरोना से संक्रमित होंगे।
हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से हम बच नहीं सकते। गुरुवार दोपहर को यह पोस्ट वीचैट से हटा दी गई है।
शंघाई में संक्रमण से बचाव के लिए इसी वर्ष लगातार दो महीने का लाकडाउन (Lockdown) था जिसमें एक जून को ढील दी गई थी। गुरुवार को शंघाई के बड़े इलाके में सन्नाटा छाया हुआ था।
सड़कों से गुजर रही एंबुलेंस (Ambulance) के हार्न की आवाज ही इस सन्नाटे को तोड़ रही थी। बड़ी संख्या में लोगों के बीमार पड़ने के कारण ज्यादातर बाजार, संस्थान और कारखाने बंद हैं।
शहर के एक सुपरमार्केट के सभी कर्मचारी बीमार हैं, इसलिए उसे मजबूरी में बंदी का बोर्ड लगाना पड़ा है।