Tender Commission Scam Case : टेंडर कमीशन घोटाला मामले (Tender Commission Scam Case) में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) और निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम सहित 12 आरोपितों के खिलाफ आरोप 7 दिसंबर को गठित कर दिया गया है।
धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने आरोप गठित किया। इससे अब आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सुनवाई के दौरान मामले के आरोपियों पर लगे आरोपों के बारे में कोर्ट ने पूछा,तो आरोपितों ने कहा कि मामले में खुद को निर्दोष बताया। इसके बाद अदालत ने आरोप गठित कर दिया। मामले में अब ED की ओर से साक्ष्य प्रस्तुत किया जाएगा। आरोप गठन के दौरान ED की ओर से विशेष लोक अभियोजक Shiv Kumar काका कोर्ट में मौजूद थे।
इनके खिलाफ आरोप का गठन
मामले में आलमगीर आलम, वीरेंद्र राम, उसकी पत्नी राज कुमारी, भाई आलोक रंजन, पूर्व मंत्री के आप्त सचिव संजीव लाल, उसका नौकर जहांगीर आलम, मुकेश मित्तल, ताराचांद, नीरज मित्तल, राम प्रकाश भाटिया सहित 12 पर आरोप गठित किया गया।
2 दिन पूछताछ के बाद मंत्री की हुई थी गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि टेंडर कमीशन घोटाला मामले को लेकर ED ने सबसे पहले 21 फरवरी 2023 को बड़ी कार्रवाई की थी।
निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर, पटना और दिल्ली सहित कई ठिकाने पर छापेमारी की थी। छापेमारी के बाद वीरेंद्र राम सहित अन्य को ED ने गिरफ्तार किया था।
ED की दूसरी बड़ी कार्रवाई 6 और 7 मई को हुई थी। इसमें कई इंजीनियर, कांट्रेक्टर-ठेकेदार और पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी।
आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल (PS Sanjeev Lal) के नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने से लगभग 32.30 करोड़ कैश बरामद हुए थे। इसके बाद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम से दो दिनों की पूछताछ के बाद ED ने 15 मई को गिरफ्तार कर लिया था।