चतरा: जिले के हंटरगंज थाना क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां प्रेमी की हत्या के आरोप में सात महीने से जेल में बंद बिन ब्याही मां के नवजात बच्चे की भी मौत हो गई।
मंडल कारा में बंद बिन ब्याही मां ने दस दिन पूर्व ही सदर अस्पताल में नवजात को जन्म दिया था। जन्म के समय से ही बच्चा कमजोर था।
मंडल कारा में उसकी देखरेख हो रही थी। इसी बीच शनिवार की रात उसकी तबियत अत्यंत बिगड़ गई।
उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां अस्पताल उपाधीक्षक डाॅण् राजीव राजन ने नवजात को एसएनसीयू में भर्ती कराया। लेकिन कुछ ही घंटे बाद शिशु की मौत हो गई।
नवजात शिशु का शव स्वजनों को सौंप दिया गया है।
दो माह की प्रेग्नेंट थी, जब प्रेमी की हत्या के आरोप में पहुंची जेल
बता दें कि हंटरगंज थाना में प्रेमी की हत्या मामले में सात माह पूर्व माता.पिता के साथ नाबालिग लड़की को न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया गया था।
उस वक्त वह दो माह की गर्भवती थी। दस दिन पूर्व उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसके बाद मंडल कारा प्रशासन ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
उसकी नार्मल डिलीवरी कराई गई। चिकित्सक के मुताबिक, उस समय नवजात ठीक था। उसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों को मंडल कारा भेज दिया गया।
देखरेख के अभाव में नवजात बीमार हो गया और सदर अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ ही घंटे बाद उसकी मौत हो गई।