महुआ के पेड़ से हो रहा है इस गांव के लोगों का जीवन यापन, महीने की आमदनी 25 से 50 हजार

Central Desk
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Chatra News : चतरा (Chatra ) जिले के मयुरहंड प्रखंड मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर के दूरी पर बसा महुवरी (Mahuvari) गांव में 1200 एकड़ में जंगल (Forest) क्षेत्र है।

जिसमे करीब 25 हजार महुआ (Mahua) के पेड़ है। पेड़ में लगे फूल ( महुआ ) से गांव के लोगों को काफी फायदा होता है।

महुआ ही इस गांव का जीवकोपार्जन (Earning a Living) का मुख्य साधन बना है। यहां महुआ चुनने का कार्यक्रम दोपहर 12 से 1 बजे तक करते है। पूरे परिवार के सदस्य मिलकर महुआ चुनने का काम करते है।

गांव के कई व्यक्तियों के अनुसार प्रत्येक वर्ष एक परिवार का 25 से 50 हजार रुपए की आमदनी हो जाती है। जो एक अच्छा मददगार साबित हो रहा है। इन पेड़ों के माध्यम से गांव के लोग लाभान्वित हो रहें है।

महुवरी के डिहवा, न्याय पर, तीन फेडी, नायकी यहरी, कारी चटायन पर सदियों से महुआ का पेड़ है। ग्रामीण महुआ के बाद इसके फल डोरहा (Dorha) से दोबारा लाभ लेते है।

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फल से तेल निकाल कर रसोई के काम में लाते है। यहां के लोग सरसों तेल (Mustard Oil) का कम प्रयोग करते है। अधिकांश घरों में महुआ के फल से बना डोरी तेल का प्रयोग करते है।

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