बीजिंग: चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो से मिली खबर के अनुसार 3 दिसंबर की रात को 11 बजकर 10 मिनट पर छांगअ-5 एस्सेंडर ने चंद्रमा की सतह पर प्रज्वलन किया।
तीन हजार न्यूटन वाले इंजन के 6 मिनट तक काम करने के बाद उसने सुचारु रूप से चंद्रमा से मिट्टी लाने वाले एस्सेंडर को चांद की कक्षा में भेजा।
जिससे चीन ने पहली बार पृथ्वी को छोड़कर अन्य खगोलीय पिंड पर सफलतापूर्वक उड़ान भरी।
विशेषज्ञों के अनुसार यह पृथ्वी पर उड़ान भरने की तरह नहीं है, छांगअ-5 के चांद की सतह पर टेकऑफ के लिये परिपक्व लॉन्च टॉवर सिस्टम मौजूद नहीं है।
इसलिये लैंडर एस्सेंडर के अस्थायी टॉवर की भूमिका अदा करता है। टेकऑफ के दौरान शायद कुछ अप्रत्याशित समस्याएं पैदा होंगी।
इसके अलावा क्योंकि चांद पर कोई नेविगेशन सैटेलाइट नहीं है, इसलिये भूमि पर स्थित निगरानी व नियंत्रण यंत्र की सहायता से उसे विशेष सेंसर के माध्यम से खुद पोजिशनिंग करनी पड़ती है।
उड़ान भरने से पहले लैंडर-एस्सेंडर संयोजन ने चांद की सतह पर चीन का राष्ट्रीय झंडा फहराया। फिर लैंडर व एस्सेंडर को अलग किया गया।
यह पहली बार है कि चीन ने चांद की सतह पर अपने राष्ट्रीय झंडे का स्वतंत्र प्रदर्शन किया है। पृथ्वी पर वापस भेजे गये फोटो व वीडियो में यह देखा जा सकता है कि चीनी राष्ट्रीय झंडे का रंग लाल व आकर्षक है।