नई दिल्ली: क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) में इस बार भारत के शामिल नहीं होने को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि सरकार के केंद्रीयकृत फैसलों से हमेशा देश को नुकसान हुआ है। बावजूद, एक बार फिर इसका बुरा उदाहरण सामने है।
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने आरसीईपी में भारत के शामिल नहीं होने के सरकार के फैसले को अस्वीकार्य बताया है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि आरसीईपी दुनिया की कितनी बड़ी व्यापारिक संस्था है।
ऐसे में 15 देश इसका हिस्सा हैं लेकिन भारत नहीं है। इसका निर्णय सरकार ने एक पक्षीय तौर पर ही लिया, जो गलत है।
चिदंबरम ने कहा कि आरसीईपी में भारत के शामिल होने के पक्ष और विपक्ष दोनों की दलीलें हैं लेकिन यह बहस संसद में या लोगों के बीच या विपक्षी दलों को शामिल करके कभी नहीं हुई। यह लोकतंत्र में ‘केंद्रीयकृत निर्णय लेने का’ एक और अस्वीकार्य और बुरा उदाहरण है। ऐसे में इसके नफा-नुकसान हो सकते हैं।