लाइफस्टाइल डेस्क: बच्चों को खाना-खिलाना कोई आसान काम नहीं है। हर चीज को लेकर उनकी आना-कानी माता-पिता के लिए परेशानी बन जाती है क्योंकि वे इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि उनके लिए पोषण कितना ज्यादा जरूरी है।
वहीं, बच्चे भूख न लगने की बात कहकर खाना टाल लेते हैं पर अगर बच्चा खाना नहीं खा रहा तो इसके पीछे कुछ कारण भी हो सकते हैं।
कई बार बच्चे अपनी पसंद का खाना होने पर भी खाने से मना कर देते हैं या हरी सब्जियों को देखकर मुंह बना लेते हैं।
कुछ बच्चे तो रोज बस थोड़ा-सा ही खाना खाते हैं।। अगर आपका बच्चा भी ऐसा करता है तो ये भूख कम लगने का संकेत हो सकता है।
बच्चों को भूख कम लगना सामान्य बात है लेकिन इसका असर उनके विकास पर पड़ता है जो कि बिल्कुल सही नहीं है। ऐसे में भूख कम लगने के कारण और बच्चों में भूख बढ़ाने के उपाय जानना जरूरी है।
भूख न लगने के कारण
बुखार, गले में खराश, पेट दर्द या खराब सेहत की वजह से बच्चों को भूख नहीं लगती है। इसके अलावा खाने के बीच-बीच में स्नैक्स या जंक फूड ज्यादा खाने, हाई शुगर बेवरेज पीने और शरीर में कैलोरी बढ़ने के कारण भी भूख कम लग सकती है।
ग्रोथ और अन्य बदलावों की वजह से भी बच्चों का ईटिंग पैटर्न प्रभावित हो सकता है। कुछ बच्चों को हर वक्त उछल-कूद करने की आदत होती है इसलिए ऐसे बच्चे एक जगह टिक कर खाना नहीं खाते हैं और खाने को बीच में ही छोड़ देते हैं।
बच्चों की भूख बढ़ाने के तरीके
बच्चे को कितना खाना है, ये निर्णय उसे खुद लेने दें। दिन में दो बार से ज्यादा बार स्नैक्स न खिलाएं क्योंकि स्नैक्स के कारण भूख में कमी आ जाएगी।
इसके साथ ही बच्चों को रोज 480 मि.ली फ्लूइड जरूर पिलाएं। बच्चों की खाने में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए उनकी मनपसंद चीजें बनाएं।
पहले कम मात्रा में खाना दें। कम खाना बच्चों को अच्छा लगता है और वो प्लेट खाली करने की खुशी में सारा खाना खत्म कर देते हैं।
खाना खाने का एक निर्धारित समय रखें। इससे बच्चे को रोज समय पर भूख लगेगी। परिवार के साथ बैठकर खाना खाने से भी बच्चों को काफी मजा आता है।
क्या करें
अगर बच्चा खुद खाना नहीं खा रहा है तो उसे अपने हाथ से खाना न खिलाएं। इससे बच्चों में गलत ईटिंग हैबिट्स आती हैं।
बच्चे के सामने उसकी खाने की आदतों को लेकर शिकायत या किसी से बात न करें। इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है।
भूख न लगने पर क्या करें
बच्चे की भूख को बढ़ाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा जैसे कि जबरदस्ती खाना न खिलाएं, खाने के लिए नींद से न उठाएं और खाना खिलाने के लिए बच्चे को डराएं नहीं। अगर बच्चा खाना नहीं खाता है ताे उसे दूसरों के सामने शर्मिंदा न करें।
डॉक्टर को कब दिखाएं
अगर आपके बच्चे का वजन घट रहा है या पिछले 6 महीनों में उसका बिलकुल भी वजन नहीं बढ़ा है या उसे अक्सर बुखार या दस्त रहते हैं या कुछ भी खाने पर वो उल्टी कर देता है और हर आठ घंटे के अंदर उसे पेशाब नहीं आता है तो आपको एक बार डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है।
दूध पीने में आनाकानी करता है आपका बच्चा तो दूध में मिलाकर दें ये चीज
बादाम मिलाने से दूध का पोषण बढ़ जाता है। इसके लिए 5 से 6 बादाम लें और उन्हें रातभर भीगने के लिए रख दें।
सुबह बादाम के छिल्के उतार कर उन्हें पीस लें और इस पेस्ट को दूध में मिलाकर पिएं। बच्चे को हमेशा गुनगुना दूध ही दें। आप चाहें तो दूध में बादाम पाउडर भी मिलाकर दे सकती हैं।