बीजिंग: चीन तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। टेलिकॉम सेक्टर में भी चीन ने लगातार नए प्रयोग किए हैं। 5जी तकनीक में भी चीन तेजी से आगे बढ़ रहा है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो चीन में चार लाख दस हजार से ज्यादा 5जी बेस स्टेशनों का निर्माण किया जा चुका है।
जबकि पिछले कुछ महीनों में लगभग ढाई लाख से अधिक स्टेशन तैयार किए गए हैं।
इस बीच उद्योग व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा हाल में जारी के अनुसार, चीन ने साल 2023 तक दस प्रमुख उद्योगों में पूर्ण रूप से जुड़े तीस 5जी कारखाने निर्मित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
बताया जाता है कि चीन में 5जी संबंधी प्रौद्योगिकियों के साथ एकीकरण से औद्योगिक इंटरनेट विकास में तेजी से सुधार हुआ है।
इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव वाले तीन से पांच औद्योगिक इंटरनेट प्लेटफॉर्म स्थापित होंगे और साल 2023 तक औद्योगिक इंटरनेट के लिए एक बिग डेटा सेंटर बनाया जाएगा।
जबकि अगले तीन वर्षों के लिए औद्योगिक इंटरनेट विकास पर एक कार्य योजना भी तैयार की गयी है।
कार्य योजना में जोर देकर कहा गया है कि अगले तीन साल (2021-2023) चीन के औद्योगिक इंटरनेट के तेजी से विकास की अवधि होगी।
इस दौरान इंटेलिजेंट मैन्युफैक्च रिंग, नेटवर्क-आधारित सहयोग और व्यक्तिगत अनुकूलन पर खास ध्यान दिया जाएगा।
यहां बता दें कि औद्योगिक इंटरनेट, जिसे उद्योगों के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) के तौर पर भी जाना जाता है।
यह अगली पीढ़ी के वायरलेस नेटवर्क, बिग डेटा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता व आईओटी जैसी उन्नत तकनीकों को व्यापक रूप से अपनाने की बात करता है।
इसके साथ ही दस चीन मुख्य व्यवसायों और 20 बड़े औद्योगिक संस्थानों में कमर्शियल 5जी स्पेशल नेटवर्क की टेस्टिंग का काम भी करेगा।
वहीं चीन में स्मार्ट हेल्थकेयर, उद्यमों के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, स्मार्ट ग्रिड, वाहन-सड़क समन्वय प्रणाली और वाहनों में इंटरनेट का दायरा बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)