बीजिंग : ब्रिटेन में निवर्तमान चीनी राजदूत ल्यू श्याओमिंग और उनकी पत्नी हू पिंगहुआ ने 25 जनवरी को ऑनलाइन प्रस्थान सत्कार समारोह आयोजित किया।
ल्यू श्याओमिंग ने ब्रिटेन में राजदूत बनने के 11 साल के इतिहास का सिंहावलोकन किया और शुभकामनाएं दीं कि भविष्य में चीन-ब्रिटेन संबंध स्थिर व दूरगामी हों और द्विपक्षीय सहयोग गहरे और ठोस हों।
ल्यू श्याओमिंग ने ईमानदारी और विशुद्धता पर सदैव रहें शीर्षक भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 साल में उन्होंने अपनी आंखों से चीन और दुनिया के संबंधों में हुए ऐतिहासिक परिवर्तन को देखा और चीन-ब्रिटेन संबंधों के उतार-चढ़ाव को भी देखा। चीन और ब्रिटेन के बीच सामान्य हित वाला केक और बड़ा हो रहा है।
दोनों पक्षों के बीच व्यापार की मात्रा लगभग दोगुनी हो गई। उच्च-स्तरीय संवाद तंत्र के और समृद्ध होने के साथ-साथ दोनों देशों के नेता संपर्क और आदान-प्रदान बनाए रखते हैं, जिससे चीन-ब्रिटेन संबंधों के विकास में लगातार नई शक्ति लगायी जाती है।
दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र और जी-20 जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के ढांचे के तहत समन्वय को मजबूत करते हैं
बहुपक्षवाद व मुक्त व्यापार के समर्थन, एकतरफावाद व संरक्षणवाद के विरोध और जलवायु परिवर्तन समेत अन्य वैश्विक चुनौतियों के संयुक्त मुकाबले में दोनों पक्षों के बीच उल्लेखनीय सहमतियां प्राप्त हुई हैं।
ल्यू श्याओमिंग ने कहा कि चीन-ब्रिटेन संबंध पिछले 11 वर्षों में हमेशा सुचारू नहीं हैं। लेकिन चीन-ब्रिटेन संबंधों के विकास के इतिहास को देखते हुए हमें विश्वास है कि जब हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून व अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मापदंड का पालन करते हैं, तब चीन-ब्रिटेन संबंध मतभेदों को पार कर सही रास्ते पर आगे बढ़ सकेंगे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सदी का परिवर्तन और वर्तमान महामारी के जुड़ने की स्थिति में चीन और ब्रिटेन को वैश्विक परिवर्तनों और चुनौतियों का संयुक्त रूप से निपटारा करने के लिए एक दूसरे के करीब जाना चाहिए।
राजदूत ल्यू श्याओमिंग ने अंतत: शुभकामनाएं दीं कि भविष्य में चीन-ब्रिटेन संबंध स्थिर व दूरगामी हों और द्विपक्षीय सहयोग गहरे और ठोस हों।
बताया गया है कि उसी दिन चीन और ब्रिटेन के लगभग 500 से अधिक अतिथियों ने ऑनलाइन गतिविधि में भाग लिया।