रांची: झारखंड में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए सीआईडी ने बड़ी तैयारी की है। सीआईडी ने आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए सभी जिलों को जो टास्क दिया है उसके अनुसार जिलों में अपराध करने वालों का डाटा खोला जाएगा।
बुधवार को इस मसले पर सीआईडी एसपी कार्तिक एस ने सभी जोन के क्षेत्रीय डीएसपी और सभी जिलों के क्राइम ब्रांच प्रभारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की।
दरअसल पूरे झारखंड में संगठित होकर आपराधिक गैंग चलाने वालों की सूची सीआईडी के द्वारा तैयार की जा रही है। जिलावार अपराधियों का डाटा भी सीआईडी तैयार कर रही है।
ऐसे में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अब तक उपलब्ध डाटा की जिलावार समीक्षा की गई।
सभी जिलों में कितने लोग फरार घोषित किए गए हैं, साथ ही कितनों के लिए पुरस्कार का ऐलान किया गया है। इसकी जानकारी भी सीआईडी एसपी ने ली।
CID की योजना है कि प्रत्येक जिले के 10 शीर्ष अपराधियों के खिलाफ दर्ज मामले में साक्ष्य जुटाकर मामलों का स्पीडी ट्रायल जल्द करवाया जाए। साथ ही कुख्यात आपराधिक गिरोह के सदस्यों का पूर्ण विवरण भी तैयार किया जाए।
सीआईडी एसपी ने सभी जिलों के क्राइम ब्रांच प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वह जिलावार संगठित अपराध, शातिर गैंग के सारे अपराधियों की सूची तैयार करें।
संगठित गैंग के कितने अपराधी जेल में बंद हैं, कितने सजायाफ्ता या विचाराधीन हैं, इसकी भी जानकारी जिलों के क्राइम ब्रांच प्रभारियों से मांगी गई है।
अलग-अलग तरह के वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह को चिन्हित किया जा रहा है और अलग से सूची तैयार की जा रही है।