बेंगलुरु: हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले के बाद राज्य भर में स्कूल और कॉलेज बुधवार को फिर से खुल गए हैं।
हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक में लंबे समय से विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था। मंगलवार को उच्च न्यायालय की विशेष पीठ ने कक्षाओं में हिजाब की अनुमति देने की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिसके बाद अब सभी शिक्षण संस्थानों में सामान्य रूप से कक्षाएं शुरू हो गई हैं।
हालांकि विरोध प्रदर्शन अभी भी पूरी तरह से समाप्त होता दिखाई नहीं दे रहा है। चिक्कमगलुरु आईडीएसजी कॉलेज में कम से कम 22 स्टूडेंट्स ने हिजाब पहनने के अपने अधिकार की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। वे कॉलेज के प्रवेश द्वार पर एकत्र हुए और तख्तियां लेकर विरोध जताया।
तुमकुरु जिले के मधुगिरी गवर्नमेंट कॉलेज के स्टूडेंट्स ने भी कक्षाओं में हिजाब की अनुमति नहीं मिलने पर विरोध जताया।
स्कूलों और कॉलेजों में ज्यादातर पूर्ण उपस्थिति देखी गई और बड़ी संख्या में छात्राओं, जिनमें अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राएं भी शामिल थीं, उन्होंने निर्धारित ड्रेस के अनुसार हिजाब के बिना कक्षाओं में प्रवेश किया।
प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा संस्थानों ने भी तटीय शहर उडुपी में पुलिस सुरक्षा के बीच संचालन शुरू कर दिया। उडुपी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज, जहां हिजाब विवाद को लेकर आंदोलन तेज हो गया था और जहां कानून-व्यवस्था की स्थिति भी संकट में दिखाई दे रही थी, ने भी बिना किसी गड़बड़ी के काम करना शुरू कर दिया है।
आंदोलन शुरू करने वाली छह छात्राओं ने कहा है कि वे तब तक कक्षाओं में शामिल नहीं होंगी, जब तक उन्हें हिजाब के साथ कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जाती।
उडुपी के भाजपा विधायक रघुपति भट, जो प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के अध्यक्ष भी हैं, ने उनसे वर्दी के नियमों का पालन करते हुए कक्षाओं में भाग लेने का अनुरोध किया है।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि स्कूल प्रबंधन कक्षाओं के नुकसान की भरपाई की व्यवस्था करेगा और उन्हें उनके प्रति कोई कड़वाहट नहीं रखनी चाहिए। हालांकि, लड़कियों ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है।
उडुपी जिला प्रशासन ने सभा, उत्सव, विरोध प्रदर्शन पर निषेधाज्ञा जारी रखी है। पुलिस विभाग ने उडुपी में कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) के तीन और जिला सशस्त्र रिजर्व (डीएआर) के पांच प्लाटून की प्रतिनियुक्ति की है।
बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा के गवाह बने शिवमोगा जिले में छात्रों ने सामान्य रूप से कक्षाओं में भाग लिया।
यादगीर जिले में कई स्टूडेंट्स कॉलेज प्रबंधन द्वारा उन्हें हिजाब के साथ प्रारंभिक परीक्षा की अनुमति देने से इनकार करने के बाद घर लौट आए हैं।
चिक्कबल्लापुर में सरकारी कॉलेज प्रबंधन ने हिजाब पहनकर कक्षाओं में जाने वाली एक छात्रा को अलग कमरे में जाकर हिजाब उतारने को कहा।