Arvind Kejriwal Roadshow: दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 10 मई को CM अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी है।
ये अंतरिम जमानत 1 जून तक के लिए है। दिल्ली में सभी सातों लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जेल से बाहर आने के बाद लगातार प्रचार अभियान में जुटे हैं।
नई दिल्ली में अपने रोड शो के दूसरे दिन रविवार (12 मई) को सीएम केजरीवाल ने लोगों से वोट की अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी को अधिक वोट मिले तो उन्हें 20 दिनों के बाद वापस जेल नहीं जाना पड़ेगा।
CM केजरावाल ने कहा, ”मैं 20 दिनों के लिए बाहर आया हूं, लेकिन अगर आपने झाड़ू का बटन ज़ोर से दबा दिया तो मुझे वापस जेल नहीं जाना पड़ेगा। इन्होंने मुझे केवल इसलिए जेल भेजा, क्योंकि मैंने दिल्ली वालों की भलाई के लिए काम किया। BJP वालों से जनता के हित के काम देखे नहीं गये और इन्होंने मुझे जेल भेज दिया। ”
मुझे इन्होंने जेल में क्यों भेजा- केजरीवाल
दिल्ली के CM ने कहा, ”मैं एक छोटा सा आदमी हूं। हमारी छोटी सी पार्टी है। मुझे इन्होंने जेल में क्यों भेजा? मेरा क्या कसूर है?
मेरा कसूर ये है कि मैंने आपके बच्चों के लिए अच्छे स्कूल बनवाएं और शिक्षा का इंतजाम किया। मेरा कसूर ये है कि आपके घर में कोई बीमार हुआ तो मैंने उनके फ्री इलाज और फ्री में दवाइयों को इंतजाम किया। मोहल्ला क्लीनिक बनाए, अस्पताल बनाए, स्कूल बनवाए, यही मेरा कसूर है। ”
जेल में मेरी शुगर की दवाई बंद कर दी- केजरीवाल
Arvind Kejriwal ने आगे कहा, ”हमने आपके लिए बिजली का इंतजाम किया। जब मैं तिहाड़ गया तो 15 दिन तक इनलोगों ने मेरी दवाई बंद कर दी। मैं शुगर का मरीज हूं। जब मैं बाहर था तो 52 Unit Insulin लिया करता था।
जब मैं जेल में गया तो इन्होंने 15 दिन तक शुगर की दवाई बंद कर दी। ये तो जनता ने बाहर खूब आवाज उठाई, Media वालों ने आवाज उठाई तब इनलोगों ने मेरी दवाई फिर से चालू की।
देश में तानाशाही को खत्म करना है- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ”ये तानाशाही है। इस तरह से देश नहीं चल सकता है। अगर कोई अच्छा काम कर रहा है। मैंने 500 स्कूल बनवाएं हैं तो प्रधानमंत्री को 5000 स्कूल बनवाने चाहिए।
आप केजरीवाल का काम रोक करके उसे जेल में डाल देते हैं। ये तो बिल्कुल गलत काम है। इससे तो देश तरक्की नहीं कर सकता है। हमें मिलकर इसी तानाशाही को खत्म करना है।