CM Champai Soren Said : झारखंड विधानसभा में विशेष सत्र की कार्यवाही हुई। सरकार के विश्वास मत कार्यवाही के लिए स्पीकर ने स्टीफन मरांडी (Stephen Marandi), सीता सोरेन (Sita Soren), निरल पूर्ति (Niral Purti) और रामचंद्र सिंह (Ramchandra Singh) को उप सभापति मनोनित किया गया था।
हेमंत बाबू हैं तो हिम्मत है
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) ने अपनी सरकार की ओर से सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया। CM Champai Soren ने अपनी बात यह कहते हुए शुरू की कि हेमंत बाबू हैं तो हिम्मत है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार की शुरुआत की गयी थी, लेकिन सरकार बनने के बाद से ही BJP ने सरकार को गिराने और अस्थिर करने की कोशिश शुरू कर दी थी।
सरकार बनते ही कोरोना महामारी आ गयी
चंपाई सोरेन ने कहा कि सरकार बनते ही कोरोना महामारी आ गयी। लेकिन हेमंत सोरेन ने किसी को भूखे मरने नहीं दिया। राज्य के बाहर पलायन कर रहे मजदूरों को हवाई जहाज से झारखंड लाया।
इसके बाद जब कोरोना महामारी खत्म हुई तो सरकार ने बड़े पैमाने पर काम शुरू किया। पहले से ही राज्य में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति काफी खराब थी। हेमंत की सरकार ने चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त किया।
किसी की भी भूख से जान नहीं गयी। लेकिन फिर से ये लोग सरकार को गिराने और अस्थिर करने के कोशिश में लग गये। अंतत इन लोगों ने अपनी एजेंसी द्वारा हमारे हेमंत बाबू को जेल भेजा और सरकार गिरा ही दिया। चंपई सोरेन ने कहा कि हम हेमंत सोरेन के सभी काम और योजनाओं का आगे लेकर जाएंगे।
Champai Soren ने कहा कि क्या गरीब के बच्चे को विदेश जाकर पढ़ने का हक नहीं है। हेमंत बाबू ने गरीब बच्चों को विदेश भेजा। राज्य बनने के बाद यहां विपक्ष की सरकार बनी।
झारखंड के खनिज और माइंस को लूटा गया। आदिवासी मूलवासी को क्या मिला?? उन्होंने कहा कि जब-जब यहां आदिवासी मूलवासी की सरकार बनती है, इन्हें दर्द होने लगता है।
एक ऐसे मामले में हेमंत बाबू को जेल भेजा गया, जिसका न खाता है और न बही। हेमंत बाबू जनता के दिल में दिया जलाकर आये हैं, BJP के लोग उसे कैसे मिटा पायेंगे।
हां हम कहते हैं कि हम हेमंत पार्ट 2 है
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि हां हम कहते हैं कि हम हेमंत पार्ट 2 (Hemant Soren) हैं। शिबू सोरेनऔर हेमंत सोरेन का नाम मिटने नहीं देंगे। सोरेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि सात करोड़ का घोटाला करने वाले भानू प्रताप शाही पर ED की कार्रवाई नहीं हुई, क्योंकि भानू उधर चले गए।
विपक्ष हमारे विकास को बर्दाश्त नहीं कर सका, इसलिए विपक्ष ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करवा दिया। आज फिर से विश्वास मत हासिल करना पड़ रहा है, जिसे 2019 में ही हासिल कर लिया था। ये लोग देश में अजीब हालात पैदा कर दिये हैं। ऊपर वाले के घर में देर है, अंधेर नहीं।
यहां के आदिवासी मूलवासी काफी गरीब
उन्होंने कहा कि हमारा राज्य अमीर लेकिन यहां के आदिवासी मूलवासी काफी गरीब हैं। यहां के गरीबों के पैर में चप्पल तक नहीं है। आखिर ऐसा क्यों है। इसी को सुधारने का काम शुरू किया।
उन्होंने कहा कि जिस गांव में DC, DDC और तमाम अधिकारी नहीं पहुंचे थे वहां Aapki Yojana Aapki Sarkar योजना की वजह से सरकार पहुंची। क्या ऐसा करना गुनाह है।