सिमडेगा: पढ़ाई जारी रखने के लिए रोड किनारे चना बेच रही सातवीं क्लास की छात्रा पालनी मामले में सीएम हेमंत सोरेन ने गंभीरता दिखाई है।
उन्होंने सिमडेगा के डीसी को ट्वीट करके बेटी पालनी के परिवार को सरकार की योजनाओं के जरिए मदद पहुंचाने के साथ ही पालनी की उत्तम शिक्षा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
इतना ही नहीं, सीएम को मामले में मदद पहुंचाने के बाद सूचना देने की भी बात कही है।
क्या है मामला
दरअसल, 25 फरवरी को एक पत्रकार ने पालनी की फोटो के साथ उसके इस संघर्ष के बारे में संक्षिप्त जानकारी अपने ट्वीटर हैंडल से शेयर की थी।
इस ट्वीट में उन्होंने बताया कि कक्षा सात में पढ़ने वाली पालनी जब डेढ़ साल की थीं तो उनके पापा का निधन हो गया।
पालनी को नर्स बनना है, क्योंकि उसे लगता है कि नर्स ही लोगों की सेवा करती है।
पढ़ाई कर सके, इसलिए वह सड़क किनारे चने बेचती है। पालनी छठवीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुई है।
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन ने जिम्मेवारी उठाने की इच्छा जताई
इधर, बच्ची की फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अडानी ग्रुप ने भी उसकी पढ़ाई का खर्चा उठाने की पेशकश की है।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने खुद ट्वीट कर बच्ची की तारीफ करते हुए उसकी पढ़ाई की जिम्मेवारी उठाने की इच्छा जताई है।
उन्होंने िरट्वीट करते हुए कहा- पालनी की शिक्षा की जिम्मेदारी उठाना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। ‘छोटी सी बच्ची और इतने बड़े विचार…!