न्यूज़ अरोमा रांची: अप्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व झारखंड के अप्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के संयोजक ऋषिकांत तिवारी कर रहे थे।
उनके नेतृत्व में झारखंड के तमाम जिलों से पारा शिक्षकों के डेलीगेशन ने सीएम से मुलाकात की। अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय का पत्र जारी हुए 2 महीना हो गया।
इस संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार पूर्वक बताया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सारे जिलाें से सूची मंगाई गई है और मैं इसे त्वरित कार्रवाई करते हुए पता करता हूं। आप लोगों काे मानदेय मिलेगा।
सीएम का जताया आभार
इसके लिए सभी लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।
उनको धन्यवाद दिया और सारे लोगों ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्रीजी पर विश्वास है वही हम लोगों को प्रावधान दिए हैं और वही हम लोगों की जिंदगी बचाएंगे और हम लोगों का जरूर कल्याण होगा।
प्रतिनिधिमंडल में झारखंड के अप्रशिक्षित पारा शिक्षक के संयोजक ऋषि कांत तिवारी, पलामू जिला के अप्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद पाठक, सूरत राम, सुरेंद्र यादव एवं छतरपुर से सुरेंद्र कुमार सिंह, बोकारो से योगेंद्र कुमार, हजारीबाग से सुरेंद्र सिंह, गिरिडीह से जिला अध्यक्ष खीरोधर कुमार महतो, बोकारो से कलेश्वर महत्व और जानकी महतो, बिना देवी, सविता, सरजू राम समेत अन्य उपस्थित थे।
अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला
इधर शनिवार को पारा शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री बादल पत्रलेख से मुलाकात कर उनका ध्यान अपनी समस्याओं की ओर आकृष्ट कराया।
पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. शकील ने कहा कि आखिर कब तक झारखंड के पारा शिक्षक आश्वासन की घूंट पीते रहेंगे। सेवा नियमित करने को लेकर अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है।
सरकार द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी गठित की गई थी, लेकिन अब तक निष्कर्ष नहीं निकला है। मंत्री ने कहा था कि सरकार बनते ही कोरोना काल आ गया।
पारा शिक्षकों के हित में सरकार फैसला लेगी। प्रतिनिधिमंडल में मो. शकील, जिला सचिव जावेद रियाज, महामंत्री महावीर पहान, कोषाध्यक्ष राजन उरांव, हाजी मसूद आलम, अनिल कुमार, उमा शंकर दास आदि उपस्थित थे। बैठक में 19 माह से बकाया मानदेय का भुगतान नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया था।
डीएलएड प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित शिक्षकों की हुई बैठक
इधर एनसी डीएलएड प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित शिक्षकों की बैठक शनिवार को झंडा मैदान मेंहुई थी। बैठक में 19 माह से बकाया मानदेय का भुगतान नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया गया।
20 तक नही मिला मानदेय तो होगा उग्र आंदोलन
बैठक की अध्यक्षता कर रहे खिरोधर महतो ने कहा कि पड़ोसी राज्य बिहार और बंगाल में प्रशिक्षित और अप्रशिक्षितों को बराबर मानदेय भुगतान किया जा रहा है। वहीं झारखंड में 19 माह से मानदेय का भुगतान तक नहीं हुआ है।
कहा कि अगर 20 दिसंबर तक मानदेय भुगतान नहीं हुआ, तो वे लोग उग्र आंदोलन की रूप रेखा तैयार करेंगे और रांची कूच करने को मजबूर होंगे।