रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 11 जनवरी को राज्य सभा सांसद शिबू सोरेन के जन्मदिन के अवसर पर उनसे संघर्ष से जुड़ी तीन पुस्तकाें का लाेकार्पण करेंगे। अनुज कुमार सिन्हा ने इन तीनाें पुस्तकाें काे लिखा है।
इन पुस्तकों का होगा लोकार्पण
राज्य सभा सांसद शिबू सोरेन की जीवनी पर आधारित पुस्तकों में दिशाेम गुरु: शिबू साेरेन (हिंदी), ट्राइबल हीराे: शिबू साेरेन(अंग्रेजी) और सुनाे बच्चों, आदिवासी संघर्ष के नायक शिबू साेरेन (गुरुजी) की गाथा शामिल हैं।
दिशाेम गुरु : शिबू साेरेन नामक यह पुस्तक मूलत: शिबू साेरेन के जीवन के संघर्ष की गाथा है। पुस्तक में इस बात की विस्तार से चर्चा की गयी है कि किन हालाताें में शिबू साेरेन काे स्कूल छाेड़ कर महाजनी प्रथा के खिलाफ आंदाेलन में उतरना पड़ा।
कैसे उन्हाेंने आदिवासियाें काे उनकी जमीन पर कब्जा दिलाया। कैसे धान काटाे आंदाेलन चलाया।
उनका लंबा समय पारसनाथ की पहाड़ियाें और जंगलाें में बीता।
कैसे शिबू साेरेन ने आदिवासी समाज काे एकजुट कर सामाजिक बुराइयाें काे दूर करने का अभियान चलाया।
पुस्तक में इस बात का जिक्र है कि कैसे उन्हाेंने विनाेद बिहारी महताे और एके राय के साथ मिल कर झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया।
पुस्तक में उनके राजनीतिक जीवन का भी विस्तार से वर्णन है।
शिबू साेरेन के जीवन की राेचक और दुर्लभ तसवीरें भी उपलब्ध हैं।
ट्राइबल हीराे: शिबू साेरेन नामक पुस्तक हिंदी का अंग्रेजी में अनुवाद है। तीसरी पुस्तक में शिबू साेरेन के संघर्ष काे चित्रावली के माध्यम से बच्चाें काे बताने का प्रयास किया गया है।