पटना: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर शराब (Alcohol ) के सेवन से राज्य में लोगों की मौत का आरोप लगाया है।
CM नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा, BJP विधायक बिहार में जहरीली त्रासदी के लिए जिम्मेदार हैं। हम सभी जानते हैं कि आप डर्टी कार्य कर रहे हैं।
मैं आपसे अलग हो गया हूं और यह मेरा अच्छा फैसला था। आप बिहार में शराब के पक्ष में बात कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, सारण (Saran) में जहरीली शराब (Spurious Liquor) के सेवन से हुई लोगों की मौत को लेकर बुधवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।
जहरीरली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, मशरख और इसुआपुर गांव में बुधवार को जहरीरली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है।
इनमें से पांच की मौत मंगलवार रात को हुई जबकि 12 अन्य लोगों की मौत बुधवार को एक अस्पताल में हुई। इसके अलावा पांच अन्य लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि BJP विधायकों के सदन के वेल में आने के बाद CM नीतीश कुमार परेशान हो गए और कार्यवाही को बाधित करने की कोशिश की।
विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी (Avadh Bihari Chowdhary) ने BJP विधायकों से बार-बार सीटों पर वापस जाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी।
नीतीश कुमार ने कहा शराब बंदी कानून के बाद भी शराब पी रहे और मर रहे हैं
नीतीश कुमार के आपा खोने के बाद वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chowdhary) ने कहा कि बिहार में हमारे पास शराब बंदी कानून (Liquor Ban Law) है, फिर भी लोग इसे पी रहे हैं और मर रहे हैं।
शराब के सेवन से हुई मौतों ने साबित कर दिया कि यह स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार विधानसभा में 2016 में जब शराब बंदी कानून (Liquor Ban Law) लागू हुआ था, तब हर दल ने इसका समर्थन किया था। वे राज्य सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।
चौधरी ने कहा, विपक्षी नेता दावा कर रहे हैं कि शराब हर जगह उपलब्ध है, लेकिन जब हम उनसे विक्रेताओं का ब्योरा मांगते हैं, तो वे चुप हो जाते हैं।
जो लोग शराब पीते हैं उन्हें अपने स्वास्थ्य और समाज की परवाह नहीं है। अगर शराब के सेवन से किसी की मौत हो रही है, तो वास्तव में शराब बंदी कानून रेलवन्स साबित हो रहा है।
नीतीश कुमार को असंसदीय भाषा का उपयोग करने के लिए मांगनी चाहिए माफी
अगर शराब बंदी के बावजूद यह उपलब्ध है और लोग शराब पी रहे हैं, तो यह एक अपराध है। राज्य सरकार का मानना है कि यह एक गलत प्रैक्टिस है और वे इसके लिए जवाबदेह हैं।
बाद में नीतीश कुमार और चौधरी को जवाब देते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने कहा, जिस तरह से नीतीश कुमार अपना आपा खो रहे हैं और सदन के पटल पर असंसदीय भाषा का उपयोग कर रहे हैं, वह अस्वीकार्य है। नीतीश कुमार को इस तरह के बर्ताव के लिए माफी मांगनी चाहिए। BJP ने सदन का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chowdhary) ने कहा, मैं मृतक के परिजनों से सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने की अपील करना चाहता हूं। वह बिहार में शराब त्रासदी के लिए जिम्मेदार है। बिहार में शराब बंदी कानून (Liquor Ban Law) पूरी तरह फेल हो गया है।