रांची: एनटीपीसी की पकरी बरवाडीह कोल परियोजना के हितों को अतिरिक्त पांच लाख प्रति एकड़ की दर से अतिरिक्त मुआवजा मिलेगा।
अतिरिक्त मुआवजे की यह राशि 275 करोड़ रुपए होगी। एनटीपीसी और राज्य सरकार के बीच मुआवजा राशि बढ़ाने के मुद्दे पर सहमति बनने के बाद कोयला खनन का काम शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि भू-अर्जन अधिनियम 2013 के प्रावधानों के तहत मुआवजा भुगतान की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन की वजह से 2 सितंबर से परियोजना में कोयला खनन का काम पूरी तरह ठप हो गया था।
परियोजना के बंद रहने की अवधि में सरकार को 200 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान हुआ है।
कोल परियोजना का काम शुरू करने के लिए सरकार के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारियों की एनटीपीसी के अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता चली।
अंत में एनटीपीसी ने पांच लाख प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने पर सहमति जता दी है, जिसके बाद परियोजना में काम शुरू हो गया।
इस परियोजना के रैयतों को पहले 20 लाख प्रति एकड़ की दर से मुआवजे का भुगतान किया गया है।
मुआवजे की राशि 20 लाख से बढ़कर 25 लाख प्रति एकड़ हो जाएगी। परियोजना के लिए 6 चरणों में 9659.89 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है।
इसमें से 5489.77 रैयती जमीन है। इसके अलावा 966.89 एकड़ गैरमजरूआ और 3200.23 एकड़ वन भूमि है।
मुआवजा के निर्धारण पर सरकार और एनटीपीसी के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई।