चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) ने सोमवार को चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह तमिलनाडु सरकार को पोंगल उपहार के लिए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी की तस्वीर लगे टोकन वितरित न करने का निर्देश दे।
राज्य सरकार ने इससे पहले 2,500 रुपये के पोंगल उपहार और केवल चावल राशन कार्ड धारकों के लिए चावल, गुड़, काजू, इलायची, पूरा गन्ना और अन्य वस्तुएं देने की घोषणा की थी।
द्रमुक के अनुसार, राशन की दुकानों से पोंगल उपहार की प्राप्ति के लिए तारीख और समय अंकित टोकन ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) सदस्यों द्वारा वितरित किए जाते हैं।
द्रमुक ने कहा कि पलानीस्वामी और अन्य मंत्रियों की तस्वीरें लगी होने से ऐसा आभास होता है कि उपहार राज्य सरकार नहीं, बल्कि सत्ताधारी अन्नाद्रमुक के नेता अपनी ओर से दे रहे हैं।
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में द्रमुक के संगठन सचिव आरएस भारती ने कहा, पोंगल गिफ्ट नकद सरकार के कोष से दिया जाता है, सत्ताधारी दल के फंड से या मुख्यमंत्री या मंत्रियों की जेब से नहीं दिया जाता।
लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रम में इस तरह टोकन जारी किए जा रहे हैं, जैसे मुख्यमंत्री और मंत्री अपनी तरफ से पोंगल उपहार दे रहे हों।
भारती ने कहा, हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले तमिलनाडु में इस समय आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के लिए मुख्यमंत्री और मंत्रियों के नामों के साथ उनकी तस्वीर लगे पोंगल मुफ्त उपहार टोकन जारी किया जाना उचित नहीं है, क्योंकि इससे निष्पक्ष चुनाव की मूल अवधारणा प्रभावित होगी।
तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव 2021 में होना है।