नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि अगली तिमाही में पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol and Diesel Prices) में कमी आएगी।
सरकार की ओर से कहा गया कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्थिति (International Status) स्थिर रहती है तो कच्चे तेल की कीमत में कमी की जा सकती है।
हालात में सुधार
रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने कहा कि देश में इस्तेमाल होने वाले कच्चे तेल का 80-85 फीसदी आयात किया जाता है।
मंत्री ने कहा, ‘हमारी तेल विपणन कंपनियां अच्छे कॉर्पोरेट नागरिक (Corporate Citizen) हैं और लंबे समय से नुकसान उठा रही हैं। हालांकि अब उनकी हालत में सुधार है।
अब मुनाफा कमा रही है कंपनियां
पेट्रोलियम मंत्री (Petroleum Minister) को बताया गया कि कंपनियां अब मुनाफा कमा रही हैं और लोग पेट्रोल और कीमतों में कमी की उम्मीद कर रहे हैं। इस पर हरदीप पुरी ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्थिति स्थिर रहती है तो मैं आपकी बात से सहमत हूं।
साथ ही अगली तिमाही में कीमतों में कमी आने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि लोग पूछ रहे हैं कि अगर गैस के दाम कम हो सकते हैं तो पेट्रोल-डीजल के क्यों नहीं।
इस पर उन्होंने कहा कि यह सवाल जायज है लेकिन इसका जवाब अंतरराष्ट्रीय हालात पर निर्भर करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ऐसा फैसला लेंगे जिससे उपभोक्ता और अर्थव्यवस्था दोनों को फायदा होगा।
एक साल से नहीं बढ़े दाम
हरदीप पुरी ने कहा कि देश में प्रतिदिन 50 लाख बैरल आयात (Barrel Import) करने के बावजूद भारत में ईंधन के दाम एक साल से अधिक समय से नहीं बढ़े हैं। इसके साथ ही गैस की कीमतों को भी नियंत्रण में रखा गया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री (Union Minister of Petroleum and Natural Gas) ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने समय पर कुछ फैसले लिए जिससे कीमतों को स्थिर करने में मदद मिली।
नवंबर 2021 और मई 2022 में एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) घटाई गई है। इससे पेट्रोल और डीजल के दाम में क्रमश: 6 रुपये और 13 रुपये की कमी आई है।