मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के अदालत में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ सोमवार को एक शिकायत दायर की गई। इस अर्जी में कहा गया है कि शास्त्री ने खुद को कथित तौर पर हनुमान का अवतार बताकर हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।
मुजफ्फरपुर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (पश्चिम) की अदालत में स्थानीय अधिवक्ता सूरज कुमार (Suraj Kumar) ने शिकायत दायर की है।
याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि Dhirendra ने 24 अप्रैल को राजस्थान में एक सभा में भगवान हनुमान का ‘अवतार’ होने का दावा किया था, जो हिंदुओं की धार्मिक मान्यताओं का अपमान था।
10 मई को होगी मामले की सुनवाई
उन्होंने शास्त्री के खिलाफ भारतीय दंड विधान (Indian Penal Code) की धारा 295ए (धार्मिक आस्था का अपमान), 298 (धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से व्यक्त किया गया विचार यह उच्चारित शब्द) और 505 (गलत जानकारी आदि जिससे अशांति पैदा होने की आशंका हो) के तहत मुकदमा चलाने का अनुरोध किया है।
अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 10 मई की तारीख तय की है। संयोगवश धीरेंद्र (Coincidentally Dhirendra) 13 मई से पटना में पांच दिवसीय ‘मंडली’ आयोजित करने वाले हैं, लेकिन उनकी प्रस्तावित यात्रा को राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा है।
पटना हवाई अड्डे पर ही घेराव करने का संकल्प
बिहार के पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव,(Tej Pratap Yadav) जो खुद बेहद धार्मिक माने जाते हैं, ने धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा का विरोध करने और उनके यहां आने पर पटना हवाई अड्डे पर ही उनका घेराव करने का संकल्प लिया है।
मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम तीर्थ स्थल जो भगवान हनुमान को समर्पित है, के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कथित रूप से सांप्रदायिक भावनाओं (Communal Feelings) को भड़काने और अंधविश्वास को बढ़ावा देने के आरोप में कई स्थानों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।