Shilpi Neha Tirkey, Ranchi : जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए जनता दरबार का आयोजन मंगलवार को Congress Bhavan में किया गया। जनता दरबार में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री Shilpi Neha Tirkey ने आम लोगों की समस्याओं को सुना।
जनता दरबार में 60 लोगों ने रखी समस्याएं
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने बताया कि कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के समक्ष लगभग 60 लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा। कांग्रेस की पहल से जनता दरबार की लोकप्रियता बढ़ी है। समस्याओं को लेकर आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है,लोगों की समस्याओं का हर संभव निराकरण हो रहा है।
विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए मंत्री ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए और शिकायतों का निष्पादन कर इससे अविलंब सूचित करने को कहा। शिकायतों के निष्पादन के क्रम में कार्य में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों को फटकार लगाने के साथ चेतावनी भी दी गई।
जनता दरबार में कृषि पशुपालन सहकारिता विभाग से जुड़े 28, भू अर्जन भूमि संरक्षण से आठ, स्वास्थ्य से सात, अबुआ आवास सहित अन्य मामले सामने आए जिसका प्रक्रियागत समाधान किया गया। जनता दरबार में Palamu, रांची, गिरिडीह, पाकुड़, लातेहार, देवघर, गुमला, हजारीबाग जिले से आए लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा।
जनता के बीच बढ़ी कांग्रेस की लोकप्रियता
जनता दरबार के बाद मंत्री शिल्पी ने कहा कि जनता के लिए अधिकारियों को तय सीमा के अंदर काम करना होगा और इसके लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया है। कांग्रेस ने जनता के बीच रहने का जो संकल्प लिया है उसे पूरा करना है। बहुत सी समस्याएं ऐसी है जिसमें जागरूकता की कमी है,जनता को अपने अधिकारों और प्रक्रियाओं की जानकारी नहीं है।
जनता इस दरबार के माध्यम से बहुत आशा और आसरे के साथ सरकार के सामने आ रही है। हमारी सरकार में अधिकारियों की कार्यशैली पर लगाम लगाया गया है। इससे पहले अधिकारियों ने इतना खौफ बना रखा था कि जनता अपनी समस्याओं को लेकर उनके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थी। हमारी सरकार में जनता पूरे अधिकार के साथ खुलकर अपनी बातें रखती है।
संवेदनशील और मजबूत है हेमंत कैबिनेट 2.0
Hemant Cabinet 2.0 काफी संवेदनशील और मजबूत है। वह जनता के बीच जाकर काम कर रही है। साथ ही अधिकारियों के साथ समन्वय बनाने का काम कर रही है। अगर समस्याएं बड़ी हों तो समय लग सकता है लेकिन छोटी समस्याओं के लिए समय सीमा तय की जा सकती है। हमारा प्रयास व्यवस्था को सुधारने का है।