नई दिल्ली: देश के पांच विधानसभा वाले राज्यों में करारी शिकस्त के बाद रविवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में सभी नेताओं ने आलाकमान के सामने अपनी अपनी बात रखी।
वहीं नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वह आगे भी पार्टी का नेतृत्व करती रहें और पार्टी में व्यापक संगठनात्मक बदलाव करें।
कांग्रेस की यह बैठक करीब पांच घंटे तक चली, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संसद के इस सत्र के ठीक बाद पार्टी एक व्यापक चिंतन शिविर बुलाएगी, जिसमें भविष्य की रणनीति पर व्यापक चर्चा होगी और आगे का रोडमैप तय होगा।
इस बारे में इसी माह के अंदर कांग्रेस कार्यसमिति के एक और बैठक भी बुलाई जाएगी।
रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से कहा, इस बैठक में लगभग सभी नेताओं ने बड़े खुले मन से अपने-अपने विचार रखे, खुले मन से चर्चा हुई। जहां-जहां हमारी कमियां हैं और जहां-जहां हमारी ताकत है, उन सब पर गहन चिंतन किया गया।
खुले मन से और साफ दिल से उस पर चर्चा हुई।उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी भविष्य में होने वाले 2022 और 2023 के राज्यों के चुनाव एवं 2024 के लोकसभा व राज्यों के चुनाव की चुनौतियों से मुस्तैदी से निपटने के लिए तत्परता से हर तैयारी करेगी।
कांग्रेस पार्टी ने यह भी माना है कि अपनी रणनीति में खामियों के चलते वह जहां चार राज्यों में भाजपा सरकारों के कुशासन को प्रभावी ढंग से उजागर नहीं कर पाई, वहीं पंजाब में नेतृत्व बदलाव के बाद मिले सीमित समय में सत्ता विरोधी लहर पर काबू नहीं पाया जा सका।