न्यूज़ अरोमा कोडरमा: कांग्रेस नेता सईद नसीम ने जिला प्रशासन पर कम्बल घोटाला का आरोप लगाया है।
शुक्रवार को शिव वाटिका में प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि मिलीभगत से गरीबों, असहायों, विधवा, बुजुर्गों के हक पर डाका डाला जा चुका है।
उन्होंने बताया कि कोडरमा जिला में सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा टेंडर प्रक्रिया अपनाते हुए 56 लाख रुपये के आवंटन से 26302 कम्बल की खरीद की गई।
211 रुपये की दर से खरीद की गई कम्बल का वजन कम से कम 2 किलो निविदा शर्तो के अनुसार होना चाहिए लेकिन कम्बल का वजन कम है।
साथ ही कम्बल को धोने के बाद कम्बल का वजन मात्र लगभग डेढ़ किलो रह जा रहा है।
यह स्थिति अलग-अलग कम्बल में भिन्न-भिन्न है। कम्बलों बांटे जा रहे कम्बल का आकार भी तय मानक से लगभग 15 इंच कम है।
सवाल उठता है कि जब नमूना में शुद्ध 2 किलो ठहरने पर ही आपूर्ति का आदेश नूतन इंडस्ट्रीज को दिया गया फिर आपूर्ति के समय जिले के अफसरों ने नमूना कम्बल से मिलान कर जांच क्यों नही किया।
सईद नसीम ने कहा कि जिले के अधिकारियों के प्रति मिलीभगत का संदेह गहरा जाता है।
शहरी इलाके में कम्बल का वितरण तो हो रहा है परन्तु ग्रमीण इलाके में कम्बल के नाम पर दरी जो फर्श पर बिछाये जाते है, उसे गरीबो को कम्बल के नाम पर दिया जा रहा है। इससे भद्दा और क्रूर मजाक और कुछ नहीं हो सकता है।
नसीम ने कहा कि कम्बल घोटाले की जांच होनी चाहिए।
ऐसे गलत तरीके से की गई आपूर्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर पेमेंट रोकते हुए आपूर्तिकर्ता कम्पनी को ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए।
सईद नसीम ने बताया कि इस मामले को राज्य के मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे।